Mustard Rate 2023-34: इस साल सरसों के रेट तोड़ेगा सभी रिकॉर्ड; पैदावार में गिरावट के चलते आएगी इतनी तेजी..

रबी मार्केटिंग सीजन 2023-24 में सरसों की सरकारी रेट 5450 रूपए प्रति क्विंटल फिक्स किया गया है लेकिन सरसों की नई सफल आते ही यह 6000 से 7000 रूपए प्रति क्विंटल की दर से बिकना शुरू हो गया। फरवरी के अंत तक सरसों 7000 से पार होने की आसंका है
सरसों क्यों हो रही है तेज?
हरियाणा में थन की मार से 13 जिलों में करीब 16 लाख एकड़ क्षेत्र में सरसों की फसल की गई है। इसमें से करीब साढ़े 10 लाख एकड़ फसल पाले से प्रभावित हुई है
वही राजस्थान में भीषण शीतलहर के चलते फसलों पर बर्फ की परतें जम गई हैं. यदि आंकड़ों की बात करें तो 2022-23 में बोई गई रबी की फसलों को शीतलहर और पाले से भारी नुकसान हुआ है. राजस्थान में कुल मिलाकर 87480 हेक्टेयर खेतों में सरसों, चना, तारामीरा, जौ, गेहूं और सब्जियां बर्बाद हो गई हैं.
जिस कारण इस साल सरसों के रेट में तेजी आने की उमीद है
देश के कुल सरसों उत्पाद में से 40.82 फीसदी पैदावार सिर्फ राजस्थान में होरी है। इसके बाद हरियाणा दूसरे पर है, जहां 13.33 प्रतिशत सरसों पैदावार की जाती है। हरियाणा के मुकाबले क्षेत्रफल में सबसे बड़े राज्यों में से मध्य प्रदेश में 11.76 फीसदी, यूपी में 11.40 और पश्चिम बंगाल की 8.64 फीसदी सरसों की पैदावार होती है।