योगी सरकार का बड़ा फैसला; इन शिक्षकों की होगी संपती की जांच, हो सकती है बड़ी कार्यवाही
Times Haryana, लखनऊ: यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार के फैसले से खलबली मच गई है. इस बार निशाने पर हैं सरकारी शिक्षक. सरकार ने अब सरकारी शिक्षकों की आय से अधिक संपत्ति की जांच कराने का फैसला किया है. यह निर्णय आगरा और मथुरा में इसी तरह की शिकायतों के बाद लिया गया है। सरकार के इस फैसले से गौतमबुद्ध नगर में हड़कंप मच गया है.
गौतमबुद्धनगर भी निशाने पर
सरकार के इस फैसले से गौतमबुद्ध नगर के कई शिक्षकों में भी हड़कंप मच गया है. स्कूलों से अनुपस्थिति, अनुपस्थित हस्ताक्षर और आय से अधिक संपत्ति की जांच के फैसले से गौतमबुद्धनगर में शिक्षकों के बीच कानाफूसी शुरू हो गई है।
आगरा और मथुरा में छापेमारी
टीम ने आगरा और मथुरा में छापेमारी की. अभियान के दौरान 32 विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया गया तथा 40 शिक्षकों के विरूद्ध प्राप्त शिकायतों की जांच की गयी। जांच के दौरान अधिकांश शिक्षक गायब मिले। आसपास के लोगों ने भी बताया कि वे हर दिन गायब हो जाते थे। कई शिक्षक हस्ताक्षर कर विद्यालय से अनुपस्थित हो गये. इसके अलावा उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की भी शिकायत की गई थी। प्रथम दृष्टया आरोप सही पाए जाने के बाद अब उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की जांच की जाएगी। आरोप सही पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। स्कूल से बिना कारण बताए अनुपस्थित रहने पर वेतन काटा जाएगा और विभागीय जांच होगी।
सरकार ने 12 सदस्यीय कमेटी का गठन किया
शासन को आगरा और मथुरा के विभिन्न परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों और यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन (यूटीए) के पदाधिकारियों के खिलाफ लगातार शिकायतें मिल रही थीं। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने शिकायतों पर विचार कर कार्रवाई का निर्देश दिया। विजय किरण आनंद के निर्देश पर मुख्यालय से शिक्षा विभाग के अधिकारियों की 12 सदस्यीय टीम गठित की गयी.