यूपी के 676 गांवों को बड़ा तोहफा, शुरू होगी रोडवेज की 988 नई बसें
Times Haryana, लखनऊ: वह दिन दूर नहीं जब लोगों को गांव से शहर तक जाने के लिए रोडवेज बसें मिलेंगी। इसके लिए पिछली सर्वे रिपोर्ट के आधार पर अनुबंधित बसों के संचालन को मंजूरी दे दी गई है।
इसके तहत 13 शहरों से सटे ग्रामीण इलाकों के लिए बसें चलेंगी. सरकार ने मार्च में लखनऊ से सटे 86 गांवों और कानपुर के 50 गांवों के लिए बस सेवा उपलब्ध कराने को मंजूरी दे दी है
इसके लिए निजी ऑपरेटरों से ठेके के टेंडर जारी कर दिए गए हैं। टेंडर के मुताबिक बसें अनुबंधित होते ही चिन्हित ग्रामीण क्षेत्रों से संचालित होने लगेंगी।
गांवों तक बसें पहुंचाने के लिए अनुबंधित बस योजना 2023 पर काम शुरू हो गया है। इसके तहत कम से कम 40 से 100 किमी. दायरे में बसें चलेंगी। इन चिह्नित मार्गों पर रोडवेज अपनी बसें नहीं चलाएगा। सर्वेक्षण में 676 गांवों के लिए 988 बसों की आवश्यकता की पहचान की गई। ग्रामीण क्षेत्रों में जहां वन लेन सड़कें होंगी।
टू-लेन सड़कों पर 28 सीटर मिनी बसें और 40 सीटर बसें चलाने की योजना है। बसें शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों की तहसीलों और ब्लॉकों तक चलेंगी। वे एमएसटी के जरिए भी यात्रा कर सकेंगे।
इन शहरों के गांवों तक जल्द ही बसें पहुंचेंगी
लखनऊ से सटे 86 गांवों के अलावा 50 गांव कानपुर से, 108 गांव हरदोई से, 72 गांव बनारस से, 25 गांव आगरा से, 26 गांव अलीगढ़ से, 95 गांव बरेली से, 28 गांव गाजियाबाद से, 32 गांव झांसी से, 34 गांव मुरादाबाद से, 59 गांव मेरठ से और 59 गांव गांव से हैं। इटावा क्षेत्र की रोडवेज बसों को 45 रूटों पर अनुबंध पर संचालन की मंजूरी मिल गई है।
लखनऊ मंडल के क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी ने बताया कि जिन गांवों में बसें नहीं चल रही थीं, उन्हें जोड़ने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
मुख्यालय स्तर से एक मार्च को लखनऊ समेत 13 शहरों के बीच अनुबंधित बसों के संचालन को मंजूरी मिल गई है बसों का संचालन टेंडर के माध्यम से निजी ऑपरेटरों से अनुबंध पर किया जाएगा। 90 दिन के अंदर सभी चिह्नित क्षेत्रों के बीच रोडवेज की अनुबंधित बस सेवाएं चलने लगेंगी।