हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर को लेकर आया बड़ा अपडेट; 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी ट्रेन, जाने प्रोजेक्ट पर कहा तक पहुचा काम

Times Haryana, चंडीगढ़: गतिरोध के बावजूद हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर का निर्माण अब तेजी से आगे बढ़ रहा है। भूमि दरों को लेकर किसानों और सरकार के बीच विवाद के बाद परियोजना के लिए आवश्यक भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया आगे बढ़ गई है।
इस परियोजना के अधिग्रहण का हिस्सा बनने के बाद, सोनीपत जिले के 18 गांवों की 226 एकड़ जमीन पहले ही अधिग्रहित की जा चुकी है, और कुल 158 करोड़ रुपये में से 85 करोड़ रुपये का मुआवजा किसानों द्वारा उठाया जा चुका है।
मुख्य विशेषताएं और स्टेशन:
जलमार्ग पुल: 23 महत्वपूर्ण जलमार्ग पुल
छोटे जलमार्ग पुल: 195 छोटे जलमार्ग पुल
अंडरब्रिज: 153 अंडरब्रिज
सुरंग निर्माण: अरावली की पहाड़ियों में 4.7 किमी लंबी दोहरी सुरंग
रेलवे स्टेशन: सोनीपत, झज्जर, गुरुग्राम, मानेसर, सोहना, फ़रीदाबाद और पलवल में स्टेशन
अनुमानित यात्री और ट्रेन:
2027: 20 ट्रेनें, 23832 यात्री
2032: 22 ट्रेनें, 25876 यात्री
2037: 24 ट्रेनें, 28096 यात्री
2042: 26 ट्रेनें, 30506 यात्री
हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर, कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेसवे के साथ मिलकर एक महत्वपूर्ण परिवहन परियोजना है, जो सोनीपत, झज्जर, गुरुग्राम और पलवल जिलों के 67 गांवों की लगभग 665.92 हेक्टेयर यानी लगभग 1665 एकड़ भूमि का अधिग्रहण करेगी।
सोनीपत जिले के हरसाना कलां को यातायात की सुविधा के लिए एक महत्वपूर्ण जंक्शन के रूप में विकसित किया जाएगा। इस अनूठी परियोजना को अनुमानित लागत पर 160 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली ट्रेनों के लिए डिज़ाइन किया गया है।
निर्माण तिथियाँ:
परियोजना समापन: 2026 तक कंप्लीट
यह ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर हरियाणा के यातायात को बदल देगा और उद्योग, व्यापार और यातायात के क्षेत्र में नई सुविधाएं प्रदान करेगा। साथ ही, यह परियोजना हरियाणा के विकास को गति देगी और राज्य को बड़े पैमाने पर प्रदूषण मुक्त और तेजी से बढ़ते यातायात की ओर ले जाएगी।