नरमा और कपास के भाव में आई तेजी, जानिए सिरसा अनाज मंडी में ताजा रेट

हरियाणा की चर्चित सिरसा अनाज मंडी में 12 मार्च 2025 को किसानों को उनकी उपज के बढ़िया दाम मिले। इस बार खासकर नरमा (Narma) और कपास (Cotton) के भावों में बढ़ोतरी दर्ज की गई। वहीं जौ (Barley) के भाव भी कुछ ऊपर रहे। किसानों की मेहनत रंग लाई और कई फसलें उम्मीद से बेहतर रेट पर बिकीं। किसानों और व्यापारियों के बीच मंडी में खरीद-फरोख्त को लेकर काफी चहल-पहल देखने को मिली। मंडी के लेटेस्ट (Latest) भावों पर नजर डालें तो नरमा ₹7292 प्रति क्विंटल बिका जबकि कपास ₹6820 के भाव तक पहुंच गया।
नरमा और कपास के दामों में तेजी
इस बार सिरसा मंडी में नरमा और कपास के भावों में बढ़ोतरी ने किसानों को खुश कर दिया। नरमा की कीमत ₹7292 और कपास की ₹6820 प्रति क्विंटल रही जिससे किसानों को अच्छा मुनाफा मिला। मौसम की मार और उत्पादन में हल्की गिरावट के बावजूद इन फसलों की मांग अच्छी रही।
व्यापारियों का कहना है कि निर्यात (Export) और घरेलू (Domestic) बाजार में कपास की मांग बनी रहने से इसके रेट में मजबूती आई है। इसके अलावा टेक्सटाइल इंडस्ट्री (Textile Industry) में भी कपास की खपत बढ़ने लगी है जिससे इसके दामों में उछाल देखा गया।
गेहूं और सरसों के भाव स्थिर
इस बार गेहूं (Wheat) की कीमत ₹2650 प्रति क्विंटल रही जो सामान्य स्तर पर ही बनी रही। हालांकि मंडी में गेहूं की आवक अभी धीमी है लेकिन आने वाले दिनों में इसमें इजाफा होने की संभावना जताई जा रही है। सरसों (Mustard) के भाव ₹5500 से ₹5800 के बीच रहे जो कि संतोषजनक माने जा रहे हैं। किसानों का कहना है कि सरकारी खरीद (Government Procurement) अगर तेज हुई तो सरसों के दामों में और मजबूती देखने को मिल सकती है।
ग्वार के दाम में मजबूती
ग्वार (Guar) का भाव इस बार ₹4900 प्रति क्विंटल दर्ज किया गया। इसकी मांग खासतौर पर ग्वार गम (Guar Gum) और पशु आहार (Animal Feed) उद्योग में बनी हुई है। जानकारों का कहना है कि अगर अंतरराष्ट्रीय (International) बाजार में ग्वार गम की मांग बढ़ी तो इसके रेट और ऊपर जा सकते हैं। ग्वार किसानों के लिए यह एक अच्छा संकेत है क्योंकि पिछले कुछ महीनों से इसके दाम स्थिर बने हुए थे।
1401 और PB1 धान के दामों में हलचल
मंडी में 1401 धान (Basmati Rice) का भाव ₹3221 प्रति क्विंटल और PB1 धान का भाव ₹2722 प्रति क्विंटल रहा। इन फसलों की मांग देश-विदेश (Export Market) दोनों में बनी रहती है जिससे इनके रेट स्थिर रहे। कुछ व्यापारियों का मानना है कि आने वाले दिनों में धान के दामों में और बढ़ोतरी हो सकती है क्योंकि बासमती चावल (Basmati Rice) की डिमांड लगातार बढ़ रही है।