DA Hike 2025: सरकारी कर्मचारियों के चेहरे पर मुस्कान, महंगाई भत्ते में 4% बढ़ोतरी का ऐलान

फरवरी के मध्य में कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी आई। होली से पहले महंगाई भत्ते (डीए) में 4% की बढ़ोतरी की घोषणा की गई है, जिससे उनके वेतन में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। इस कदम से बढ़ती महंगाई के बीच श्रमिकों को राहत का संदेश मिला। नये साल में कर्मचारियों के लिए यह एक बड़ा तोहफा है।
वित्त मंत्री की घोषणा के अनुसार बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता 1 अप्रैल 2025 से प्रभावी होगा। यह वृद्धि कर्मचारियों के वेतन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह 14% से बढ़कर 18% हो गयी है, जिससे लाखों कर्मचारियों और उनके परिवारों को लाभ होगा।
केंद्रीय कर्मचारियों के लिए भी खुशखबरी
केंद्रीय कर्मचारी भी महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी का इंतजार कर रहे हैं। अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (एआईसीपीआई) के आंकड़ों के अनुसार केंद्रीय कर्मचारियों के डीए में 3 फीसदी की बढ़ोतरी होने की संभावना है। यदि यह लागू हो जाता है तो महंगाई भत्ता 53% से बढ़कर 56% हो जाएगा और 1 जनवरी 2025 से लागू होगा।
वेतन वृद्धि और गणना
केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बीच न्यूनतम मूल वेतन 18,000 रुपये और अधिकतम 2.5 लाख रुपये तक है। अगर किसी की बेसिक सैलरी 33,000 रुपये है तो उसे मौजूदा 53% डीए के तौर पर 17,490 रुपये मिल रहे हैं। यदि 56% डीए लागू किया जाता है, तो यह बढ़कर 18,480 टका हो जाएगा, यानी 990 टका प्रति माह और 11,880 टका प्रति वर्ष।
पश्चिम बंगाल सरकार की घोषणा
पश्चिम बंगाल सरकार ने कर्मचारियों के लिए डीए में 4% की वृद्धि की भी घोषणा की है, जो 1 अप्रैल 2025 से प्रभावी होगी। इस वृद्धि से राज्य कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 14% से बढ़कर 18% हो गया है।
मुद्रास्फीति और महंगाई भत्ते में वृद्धि के कारण
महंगाई के कारण कर्मचारियों के लिए डीए में बढ़ोतरी बहुत महत्वपूर्ण है। यह मुख्य रूप से वेतनभोगी कर्मचारियों की क्रय शक्ति को बनाए रखने में सहायक है। इसके अलावा, आयकर में छूट और महंगाई भत्ते में वृद्धि की हालिया घोषणा से कर्मचारियों की आय पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
डीए वृद्धि के इस निर्णय से कर्मचारियों के जीवन स्तर में सुधार होगा और उन्हें वित्तीय स्थिरता बनाए रखने में मदद मिलेगी।