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DDA Housing Scheme 2024: दिल्ली में घर खरीदने का बड़ा मौका, इस दिन से शुरू होगी DDA हाउसिंग स्कीम में बुकिंग

 
DDA Housing Scheme

Times Haryana, नई दिल्ली: दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की नई आवासीय योजना के लिए अब तक 4,000 से अधिक आवेदकों ने पंजीकरण कराया है। द्वारका,

लोकनायक पुरम और नरेला में 30,000 से अधिक फ्लैटों के लिए पंजीकरण 24 नवंबर को शुरू हुआ। आवेदक ईडब्ल्यूएस, एलआईजी, एमआईजी और एचआईजी फ्लैटों के लिए पंजीकरण करा रहे हैं।

इन सभी श्रेणियों के फ्लैटों के लिए बुकिंग 'पहले आओ पहले पाओ' के आधार पर शुरू होगी। आवेदक अपनी प्राथमिकता के हिसाब से फ्लैट बुक करा सकेंगे।

इनमें ईडब्ल्यूएस के लिए 50,000 रुपये, एलआईजी के लिए 1 लाख रुपये, एमआईजी के लिए 4 लाख रुपये और एचआईजी के लिए 10 लाख रुपये की बुकिंग फीस शामिल है।

बुकिंग प्रक्रिया 31 मार्च तक जारी रहेगी

डीडीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, फ्लैटों की पंजीकरण और बुकिंग प्रक्रिया 31 मार्च, 2024 तक जारी रहेगी। आवेदकों को फ्लैट से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराने के लिए फ्लैट स्थलों पर प्राधिकरण के अधिकारियों और कर्मचारियों को तैनात किया गया है।

योजना से जुड़े ब्रोशर में अधिकारियों और कर्मचारियों की संख्या भी उपलब्ध है। इन पर कॉल करके लोगों को फ्लैट्स से जुड़ी हर तरह की जानकारी मिल जाएगी।

सार्वजनिक परिवहन की कमी से नजरिया बदल रहा है

योजना में नरेला के विभिन्न श्रेणियों के हजारों फ्लैट शामिल हैं। इसके बाद भी यहां फ्लैट देखने आने वाले लोगों ने सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था और सुरक्षा पर ठोस कदम उठाने की मांग की है.

फ्लैट देखने पहुंचे राजौरी गार्डन के सुनील सिंह ने बताया कि डीडीए नरेला में हजारों फ्लैट हटा रहा है। फ्लैट के आसपास की सड़कों को बेहतर बनाया गया है. हालांकि, पीतमपुरा, रोहिणी, बादली और बवाना में डीडीए नरेला फ्लैट्स के बड़े बोर्ड नहीं लगे हैं।

केवल कुछ ही स्थानों पर मौजूद हैं। यहां सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पर बेहतर ध्यान देने की बहुत जरूरत है. मेट्रो के साथ-साथ बस रूट भी बढ़ाए जाने चाहिए। पुलिस चौकियां बढ़ाकर सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त की जाए।

डीडीए ने दिल्ली-एनसीआर में मौजूद विभिन्न श्रेणियों के फ्लैटों की दरों पर विश्लेषण करने के लिए एक सलाहकार नियुक्त किया है। डीडीए के वरिष्ठ अधिकारी कंसल्टेंट से लगातार बातचीत कर रहे हैं।

कंसल्टेंट ने एनसीआर के शहरों में मौजूदा फ्लैटों में मिलने वाली सुविधाओं पर एक रिपोर्ट तैयार की है। डीडीए अब रिपोर्ट का अध्ययन कर रहा है। इसी आधार पर विभिन्न फ्लैटों की कीमतें तय करने की भी योजना चल रही है।

द्वारका में नई कीमत 88 लाख रुपये तक तय की गई है

डीडीए ने इस नई आवासीय योजना में एक कमरे वाले द्वारका सेक्टर-14 के फेज-2 में एलआईजी फ्लैटों की कीमत 77 लाख रुपये से 88 लाख रुपये रखी है। योजना में 316 एलआईजी फ्लैट शामिल हैं।

अब फ्लैट देखने आ रहे लोगों ने इसकी कीमत पर विचार करने को कहा है. फ्लैट देखने आए कई आवेदकों ने बताया कि द्वारका के इस सेक्टर में 88.16 से 100.02 वर्ग मीटर के एक कमरे वाले एलआईजी फ्लैट 77 से 88 लाख रुपये में दिए जा रहे हैं।

नरेला सेक्टर-जी2 के पॉकेट 1 से 6 में 7,913 फ्लैट्स का क्षेत्रफल 49.9 वर्ग मीटर है। इसकी कीमत 20.90 लाख रुपये से 21 लाख रुपये के बीच है। साथ ही, नरेला सेक्टर-जी7 में पॉकेट 6,7 और 11 में 49.9 वर्गमीटर में कुल 11,767 फ्लैट आवासीय योजना में जोड़े गए हैं। इसकी कीमत 25.2 लाख रुपये है।

द्वारका सेक्टर-14 में 88.16 से 100.02 वर्ग मीटर में दो कमरों के एमआईजी फ्लैट बनाने चाहिए थे। इस साइट पर कुछ और वर्ग मीटर मिलाकर अच्छे क्षेत्र में दो कमरे के फ्लैट बनाए जा सकते हैं।

लोग निवेश के मामले में जोर दे रहे हैं

डीडीए ने नरेला के विभिन्न सेक्टरों में तीन कमरे वाले एचआईजी के कुल 1,184 फ्लैट, दो कमरे वाले एमजीआई के 1,976 फ्लैट और एक कमरे वाले एलजीआई के 19,680 फ्लैट शामिल किए हैं।

हालांकि, फ्लैटों का पंजीकरण कराने वाले आवेदकों की प्राथमिकता अब इन फ्लैटों को निवेश के तौर पर खरीदने की है। ऐसे में नरेला में फ्लैट देखने आ रहे लोगों ने निवेश के तौर पर ही फ्लैट की बुकिंग प्रक्रिया में शामिल होने में दिलचस्पी दिखाई है.

योजना में नरेला के विभिन्न श्रेणियों के कुल 22,840 फ्लैट शामिल हैं। इसके बाद भी यहां फ्लैट देखने आने वाले लोगों ने सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था और सुरक्षा पर ठोस कदम उठाने की मांग की है.

फ्लैट देखने आए राजौरी गार्डन के राजेश सिंह ने कहा कि डीडीए नरेला में हजारों फ्लैट निकाल रहा है। फ्लैटों के आसपास की सड़कों में सुधार किया गया है, लेकिन पीतमपुरा, रोहिणी, बादली और बवाना में डीडीए नरेला फ्लैट्स के कोई बड़े बोर्ड नहीं हैं।

केवल कुछ ही स्थानों पर मौजूद हैं। यहां सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पर बेहतर ध्यान देने की बहुत जरूरत है. मेट्रो के साथ-साथ बस रूट भी बढ़ाए जाने चाहिए। पुलिस चौकियां बढ़ाकर सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त की जाए।