thlogo

Delhi Metro: अब नए लुक में दिखेगी दिल्ली मेट्रो, जानिए कितनी अलग होगी नई मेट्रो

 
DMRC

Times Haryana, नई दिल्ली: आने वाले समय में दिल्ली मेट्रो के अंदर का इंटीरियर ट्राई कलर से नहाया हुआ मिलेगा। मेट्रो के अंदर गेट के पिलर में केसरिया, सफेद और हरे रंग के साथ होंगे। 

लाइन 10 के लिए ट्रेन के अगले हिस्से में मैटेलिक गोल्ड पेंट होगा। सुरक्षा के साथ नई मेट्रो का इंटीरियर और सुंदर बनाया जाएगा। यह जानकारी शुक्रवार को दिल्ली मेट्रो के लिए 52 ट्रेन सेट बनाने वाली फ्रांस की कंपनी एल्सटॉम ने दी।

जो की दिल्ली मेट्रो, हाई स्पीड ट्रेन, मोनोरेल के लिए अपनी सेवाएं देने के साथ ही दुनिया के सबसे शक्तिशाली माल गाड़ी के इंजनों को बनाने का काम करती है।

एल्सटॉम ने बताया कि उसने शुक्रवार से डीएमआरसी के लिए फेज-4 के लिए अपने विश्व स्तरीय ट्रेन सेट को बनाने का काम शुरू कर दिया है। डीएमआरसी की तरफ से इसका ऑर्डर नवंबर 2022 में दिया गया था। इसके तहत एलस्टॉम को 52 ट्रेन सेट बनाकर डीएमआरसी को देने हैं। 

इनमें से प्रत्येक सेट में छह कोच होंगे। 312 मिलियन यूरो का यह प्रोजेक्ट दिल्ली मेट्रो की तीन अलग-अलग लाइनों की जरूरतों को पूरा करने के लिए डिजाइन किया गया है। जिसमें दो मौजूदा लाइन-7 और लाइन-8 को बढ़ाना और नई गोल्ड लाइन-10 एरोसिटी को तुगलकाबाद से जोड़ती है। इसे पूरा करना है।

दिल्ली की लाइफलाइन है मेट्रो-

इस बारे में डीएमआरसी कॉरपोरेट कम्यूनिकेशन के एमडी विकास कुमार ने कहा कि दिल्ली मेट्रो हमारे शहर की लाइफलाइन है। नए रूट के जुड़ने से राष्ट्रीय राजधानी में कनेक्टिविटी और भी बेहतर हो जाएगी। 

यह अच्छा है कि एल्सटॉम दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण के लिए मेट्रो ट्रेनों का उत्पादन शुरू कर रहा है। नए जमाने की इन ट्रेनों से यात्रियों को सुगम और आरामदायक यात्रा का अनुभव होगा। 

इस अवसर पर एल्सटॉम इंडिया के एमडी ओलिवियर लोइसन ने कहा कि हमारा दिल्ली मेट्रो के साथ पुराना जुड़ाव है। हमारे मेट्रोपोलिस मेट्रो का ट्रैक रिकॉर्ड बहुत अच्छा है। उन्होंने बताया कि 312 मिलियन यूरो के इस प्रोजेक्ट में 15 सालों के लिए नई लाइनों के 13 ट्रेन सेट का रखरखाव भी शामिल है।

कनेक्टिविटी में होगा बेहतरीन सुधार-

यह 360 डिग्री स्कोप भारत के मेट्रो सेगमेंट के लिए बड़ा गेम चेंजर है, क्योंकि यह दिल्ली मेट्रो के लिए किसी ओईएम को आउटसोर्स किया गया पहला रखरखाव प्रोजेक्ट भी होगा। लाइन-8 को बढ़ाने से जनकपुरी पश्चिम से आरके आश्रम तक की मैजेंटा लाइन बढ़ जाएगी।

जबकि लाइन-7 को बढ़ाने से मौजपुर और मुकुंदपुर के बीच की पिंक लाइन जुड़ जाएगी। इसी के साथ डीएमआरसी कनेक्टिविटी में और भी बेहतरीन सुधार होगा।

जिससे लोगों को और अधिक फायदा मिलेगा। दिल्ली मेट्रो के लिए फेज-4 की तैयारियों को पूरा करने के लिए जो वर्ल्डZ क्लास मेट्रोपोलिस 52 ट्रेनें बनाई जाएंगी।

यह बेहद एडवांस होंगी। जो की यात्रियों के सफर को और आसान बनाएंगी। यह सारी ट्रेन ऑटोमेटिक ट्रेन सुपरविजन (एटीएस) सिस्टम यानी बिना लोको पायलट वाले सिस्टम वाली होंगी। यह 360 डिग्री स्कोप भारत के मेट्रो सेगमेंट के लिए बड़ा गेम चेंजर है.

क्योंकि यह दिल्ली मेट्रो के लिए किसी ओईएम को आउटसोर्स किया गया पहला रखरखाव प्रोजेक्ट भी होगा। लाइन-8 को बढ़ाने से जनकपुरी पश्चिम से आरके आश्रम तक की मैजेंटा लाइन बढ़ जाएगी। 

जबकि लाइन-7 को बढ़ाने से मौजपुर और मुकुंदपुर के बीच की पिंक लाइन जुड़ जाएगी। इसी के साथ डीएमआरसी कनेक्टिविटी में और भी बेहतरीन सुधार होगा। जिससे लोगों को और अधिक फायदा मिलेगा।

कितनी अलग होगी नई मेट्रो-

मेट्रोपोलिस ट्रेनों के बारे में अधिकारियों ने बताया कि यह एक शानदार डिजाइन के साथ ड्राइवर रहित फीचर के साथ 95 किलोमीटर प्रति घंटे की सुरक्षित गति और 85 किलोमीटर प्रति घंटे की ऑपरेशनल स्पीड के साथ डिजाइन की गई हैं। 

नई मेट्रो के अंदर गेट के पिलर ट्राई कलर वाले, लाइन-10 के लिए ट्रेन के अगले हिस्से में मैटेलिक गोल्ड पेंट का इस्तेमाल एल्सटॉम पहली बार मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए कर रहा है। इन ट्रेनों को श्रीसिटी (आंध्र प्रदेश) में बनाया जाएगा। जो की भारत में एल्सटॉम की सबसे बड़ी शहरी रोलिंग स्टॉक मैन्युफैक्चरिंग साइट है।