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इस नस्ल की भैंस को पालने पर किसानों की बदलेगी किसम्त; रोजाना देती है 15 लीटर दूध

 
Surti Nasal Buffalo,

Times Haryana, नई दिल्ली: डेयरी उत्पादन (dairy production)में गायें और भैंसें सबसे अधिक पाली जाती हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि उनके द्वारा उत्पादित दूध(produced milk) की मात्रा अधिक होती है। यह पोषक तत्वों(nutrients) से भी भरपूर है. आज हम आपको भारत में सबसे अधिक पाली जाने वाली भैंसों की श्रृंखला की अगली किस्त सुरती नस्ल (surti breed)की भैंस के बारे में बताने जा रहे हैं।

- नर सुरती भैंस का वजन 400 से 450 किलोग्राम के बीच होता है

- मादा बन्नी भैंस का वजन 390 से 430 किलोग्राम के बीच होता है।

- पहली स्टेज 35 से 45 महीने की होती है.

- सुरती भैंस प्रतिदिन लगभग 10 से 15 लीटर दूध देती है।

- सुरती भैंस औसतन 1900 से 2000 लीटर दूध देती है.

सुरती भैंस की पहचान एवं विशेषताएं

- सुरती भैंस भूरे और हल्के काले रंग की होती है।

- शरीर का आकार बैरल जैसा होता है।

- नर और मादा भैंसों की ऊंचाई 130 से 135 सेमी तक होती है।

- नर और मादा भैंसों की लंबाई 150 से 155 सेमी तक होती है।

- पूंछ की लंबाई 85 से 90 सेमी तक होती है।

यह धाकड़ भैंस गुजरात के खेड़ा और बड़ौदा की मूल निवासी है। सुरती भैंस को चरोटारी, डेक्कनी, गुजराती, नडियाडी और तालाबारा के नाम से भी जाना जाता है। उनका नाम उन स्थानों के अनुसार रखा गया है जहां वे पाए जाते हैं। इस नस्ल की बाजार कीमत 40,000 रुपये से 50,000 रुपये तक है।