गडकरी का बड़ा ऐलान! भारत में शुरू होगा दुनिया का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट, 1,200 किलोमीटर के रोपवे प्रोजेक्ट पर खर्च होंगे 1.25 लाख करोड़
Times Haryana, नई दिल्ली: सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की नजरें अब आसमान पर हैं. जमीन पर सड़कों और एक्सप्रेसवे का जाल बिछाने के बाद उनका अगला लक्ष्य लोगों को आसमान तक ले जाना है. जहां सड़क मार्ग से पहुंचना दुर्गम और पैदल मार्ग चुनौतीपूर्ण है, वहां गडकरी ने हवाई मार्ग की तलाश शुरू कर दी है। उन्होंने अगले पांच साल के लिए योजना तैयार की है, जिस पर 1.5 लाख करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे.
दुनिया का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट
गडकरी ने कहा कि भारत में लगभग 1,200 किलोमीटर की रोपवे परियोजनाएं पूरी की जाएंगी, जिससे यह दुनिया की सबसे बड़ी रोपवे परियोजना बन जाएगी। दरअसल, देश का 30 फीसदी हिस्सा पहाड़ों और जंगलों से घिरा हुआ है, जहां सड़कें या रेलवे विकसित करना एक चुनौती है। विकल्प के तौर पर इसे रोपवे द्वारा पूरा किया जा सकता है।
गडकरी ने राष्ट्रीय रोपवे विकास कार्यक्रम के तहत देश भर में 200 रोपवे परियोजनाओं का लक्ष्य रखा है, जो पर्वतमाला परियोजना का हिस्सा है। यह पांच साल में पूरा होगा और इस परियोजना पर करीब 1.25 लाख करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है. गडकरी ने कहा कि सरकार के साथ-साथ निजी कंपनियों से भी धन उपलब्ध कराया जाएगा। यह योजना सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) के माध्यम से क्रियान्वित की जाएगी।
शहरों के लिए रोपवे भी बनाये जायेंगे
गडकरी ने कहा कि रोपवे से न केवल पहाड़ी इलाकों में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यह शहरी इलाकों के लिए भी परिवहन का सुविधाजनक साधन बन सकता है। मुझे विश्वास है कि रोपवे का निर्माण देश में पर्यटन को बढ़ावा देने, रोजगार सृजन और यातायात को सुविधाजनक बनाने का एक प्रमुख साधन हो सकता है।
कई प्रमुख परियोजनाएं चल रही हैं
गडकरी ने कहा कि कई चुनौतीपूर्ण परियोजनाएं चल रही हैं. इसमें हेमकुंड साहिब, केदारनाथ और बद्रीनाथ जैसे दुर्गम पहाड़ी दर्रे शामिल हैं। केदारनाथ रोपवे 3,600 मीटर ऊंचा है और 10 किमी लंबा होगा। ट्रॉली में प्रति घंटे 3,600 लोगों को ले जाने की क्षमता होगी। पहाड़ी इलाकों में रोपवे के निर्माण के साथ-साथ देश का पहला शहरी रोपवे भी तैयार किया जा रहा है। यह परियोजना 4 किमी लंबी है और इसका निर्माण वाराणसी में किया जा रहा है। इस रास्ते को तय करने में अभी 1 घंटे का समय लगता है, जिसे घटाकर 15 मिनट कर दिया जाएगा।