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Ghaziabad-Kanpur Expressway: इन 8 जिलों को जोड़ने वाला 380 किमी लंबा ग्रीनफील्ड कॉरिडोर; साढ़े 5 घंटे में सफर हो जाएगा पूरा

 
Ghaziabad-Kanpur Expressway

Times Haryana, नई दिल्ली: गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे (Ghaziabad-Kanpur Expressway) का निर्माण कार्य शीघ्र होने वाला है। इस महत्वपूर्ण परियोजना की जल्दी शुरुआत के लिए दिल्ली में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने एक बैठक की, जिसमें परियोजना की प्रगति की समीक्षा की गई और तेजी से काम करने के निर्देश दिए गए। इस ग्रीनफील्ड कॉरिडोर को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा गाजियाबाद, हापुड़ से कानपुर और उन्नाव तक बनाया जा रहा है।

ग्रीनफील्ड कॉरिडोर: हरियाली भरा एक्सप्रेसवे

इस परियोजना को 'ग्रीनफील्ड कॉरिडोर' कहा जा रहा है, जो इसके हरित और पर्यावरण-सहित विकास को दर्शाता है। ग्रीनफील्ड कॉरिडोर गाजियाबाद से कानपुर तक कनेक्ट होगा, जिससे गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर, और उन्नाव जैसे शहरों को जोड़ा जाएगा। इस परियोजना के लिए लगभग 15 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।

सुगम और सुरक्षित यात्रा की दिशा में काम

केंद्रीय सड़क परिवहन-राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और राज्यमंत्री वीके सिंह द्वारा की जा रही इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य है सरल और सुगम यात्रा को सुनिश्चित करना है।

गाजियाबाद से कानपुर तक का सफर बनेगा सरल और सुरक्षित, जो आम जनता के लिए एक बड़ी सुविधा होगी। वर्तमान में गाजियाबाद से कानपुर की दूरी को 5 घंटे 40 मिनट में तय किया जाएगा, जो पहले 10 से 11 घंटे में होता था।

टेक्नोलॉजी और विकास का मिलन

इस परियोजना के तहत, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने 380 किलोमीटर लंबे प्रोजेक्ट को 'गाजियाबाद, हापुड़-कानपुर, उन्नाव ग्रीनफील्ड इकोनॉमिक कॉरिडोर' का नाम दिया है।

इस एक्सप्रेसवे के लिए आठ लेन की तर्ज पर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा, लेकिन पहले चार लेन की सड़क का निर्माण होगा। इसमें अंडरपास, फ्लाईओवर, और सर्विस रोड का निर्माण भी छह लेन के ग्रीनफील्ड कॉरिडोर की तर्ज पर होगा।

यह कॉरिडोर लखनऊ से कानपुर के बीच बन रहे एक्सप्रेसवे को उन्नाव और कानपुर के बीच में कनेक्ट करेगा, जबकि गाजियाबाद और हापुड़ में मेरठ एक्सप्रेसवे को भी कनेक्ट करेगा।

दोनों एक्सप्रेसवे की मिलीभगत

यह कॉरिडोर मेरठ एक्सप्रेसवे को दो जगह से जोड़कर बनाया जाएगा। डासना मसूरी के आगे गाजियाबाद की सीमा से एनएच-9 से जोड़ते हुए निर्माण शुरू होगा और हापुड़ में बाइपास (पुराने एनएच-24 बाइपास) को कनेक्ट कर बनाया जाएगा।

यह सुनिश्चित करेगा कि गाजियाबाद से आने वाले ट्रैफिक को हापुड़ में आने की जरुरत नहीं है, और वह सीधे मसूरी के पास से कानपुर की दिशा में बढ़ सकता है।

आगे की योजना: मसूरी से शुरू, कानपुर तक कनेक्टेड

इस कॉरिडोर के माध्यम से मेरठ एक्सप्रेसवे को दो बड़े शहरों से जोड़ने की योजना है। डासना मसूरी के आगे गाजियाबाद की सीमा से एनएच-9 से जुड़कर निर्माण शुरू होगा और हापुड़ में बाइपास (पुराने एनएच-24 बाइपास) को कनेक्ट कर बनाया जाएगा।

आगे जाकर दोनों कनेक्ट एक जगह मिल जाएंगे, जिससे गाजियाबाद से आने वाले ट्रैफिक को सीधे कानपुर की दिशा में जाने के लिए हापुड़ में आने की जरुरत नहीं होगी। इससे यात्री बिना किसी रुकावट के सीधे मसूरी से कानपुर तक पहुंच सकेंगे।

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