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हरियाणा सरकार ने अग्निवीरों के लिए खोला नौकरियों का रास्ता, पुलिस और वन विभाग में आरक्षण के साथ मिलेगा सुरक्षा कवच

 
job security

देशभक्ति का जज़्बा लिए जब कोई नौजवान अग्निवीर बनकर सेना में भर्ती होता है तो वो अपने परिवार और देश की शान बढ़ाता है। लेकिन 4 साल की सर्विस के बाद जब वो रिटायर होकर लौटता है तो उसके सामने सबसे बड़ा सवाल यही होता है अब आगे क्या? इसी चिंता को दूर करने के लिए हरियाणा सरकार ने एक जबरदस्त कदम उठाया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने ऐलान किया है कि हरियाणा देश का ऐसा पहला राज्य बन गया है जिसने Agniveers को सेना की सेवा अवधि के बाद नौकरी का पूरा सुरक्षा कवच (job security) देने का फैसला लिया है।

पंचकूला में पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में अग्निवीरों को लेकर हुई अहम समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि अग्निवीरों को अब अपने भविष्य की टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। हरियाणा सरकार ने उनके लिए पुलिस भर्ती से लेकर Forest Guard, Jail Warder, Mining Guard और ग्रुप C की नौकरियों तक में आरक्षण देने का ऐलान कर दिया है।

अग्निवीरों को मिलेगा सरकारी नौकरी में आरक्षण

मुख्यमंत्री नायब सैनी ने बताया कि हरियाणा में पुलिस भर्ती में अग्निवीरों को 20 प्रतिशत आरक्षण मिलेगा। वहीं फॉरेस्ट गार्ड जेल वार्डर और खनन गार्ड की भर्ती में 10 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा। इतना ही नहीं ग्रुप-C की सरकारी नौकरियों में भी 5 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया है। यानी अब जो नौजवान सेना से लौटेंगे उनके पास नौकरी के नए दरवाज़े पहले से ही खुले होंगे।

Agniveer Job Portal से होगी शुरुआत

सरकार ने अग्निवीरों के लिए एक अलग (Online Portal) तैयार करने का फैसला किया है। इस पोर्टल पर सभी पूर्व अग्निवीर रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे और अपनी शैक्षणिक योग्यता के अनुसार नौकरियों के लिए आवेदन कर सकेंगे। पोर्टल की मदद से पूरी प्रक्रिया पारदर्शी होगी और उन्हें वरीयता भी मिलेगी।

2026 में पहला बैच करेगा Exit

बैठक में बताया गया कि केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के तहत वर्ष 2022 से सेना में अग्निवीरों की भर्ती शुरू की गई थी। थल जल और वायु सेना में बड़ी संख्या में युवा अग्निवीर के रूप में भर्ती हुए हैं। इनका पहला बैच जुलाई 2026 में अपनी सेवा पूरी करेगा। लेकिन हरियाणा सरकार ने इससे पहले ही 2024 में Haryana Agniveer Policy लागू करके अग्निवीरों के भविष्य को सुरक्षित कर लिया है।

कितने हुए भर्ती?

बात अगर आंकड़ों की करें तो 2022-23 में हरियाणा से 2227 और 2023-24 में करीब 2893 युवक अग्निवीर के रूप में भारतीय सेना में भर्ती हुए हैं। इन सभी को अब हरियाणा सरकार की नई नीति के तहत सरकारी नौकरियों में वरीयता दी जाएगी।

स्वरोजगार की तरफ भी बढ़ाया कदम

जो अग्निवीर स्वरोजगार या बिजनेस की तरफ जाना चाहते हैं उनके लिए भी सरकार ने खास स्कीम तैयार की है। उन्हें आसान शर्तों पर (Business Loan) दिया जाएगा ताकि वे खुद का काम शुरू कर सकें। इसके साथ ही जो भी उद्योग अग्निवीरों को 30000 रुपये से अधिक मासिक वेतन पर नौकरी पर रखेंगे उन्हें सरकार 60000 रुपये सालाना सब्सिडी भी देगी।

प्राइवेट सिक्योरिटी में भी मौका

बैठक में यह भी बताया गया कि जो अग्निवीर प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करना चाहते हैं उन्हें Gun License देने में प्राथमिकता दी जाएगी। इसके लिए भी आवेदन पोर्टल के जरिए ही किया जाएगा।

कौन-कौन रहा मौजूद?

इस महत्वपूर्ण बैठक में राज्य के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा, सैनिक एवं अर्धसैनिक कल्याण विभाग के प्रधान सचिव विजयेंद्र कुमार और मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. साकेत कुमार भी शामिल रहे।

हरियाणा बना मॉडल राज्य

हरियाणा ने जिस तरह से सबसे पहले अग्निवीरों के लिए एक पूरी नीति बना दी है वो बाकी राज्यों के लिए भी मिसाल बन सकता है। सेना से लौटे युवाओं को सम्मान देने और उन्हें नए अवसर देने की दिशा में यह कदम बेहद सराहनीय है। इससे न सिर्फ अग्निवीरों को रोजगार मिलेगा बल्कि युवा पीढ़ी में देश सेवा का जज़्बा और भी मजबूत होगा।