Haryana Hospital News: हरियाणा के निजी अस्पतालों ने आयुष्मान कार्ड इलाज करने पर लगाई रोक, सामने आई बड़ी वजह
Times Haryana, चंडीगढ़: हरियाणा में निजी अस्पतालों ने राज्य सरकार को लिखे पत्र लिखा है, जिस से नायब सैनी की नई सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) हरियाणा ने कहा कि सभी निजी अस्पताल 16 मार्च से आयुष्मान और चिरायु कार्ड सेवाएं बंद कर रहे हैं।
हरियाणा में अब तक करीब 10 लाख लोग चिरायु कार्ड का फायदा उठा चुके हैं. इस कार्ड से सरकारी और निजी अस्पतालों में 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलता है। प्रदेश में अब तक कुल 13 लाख से अधिक आयुष्मान-चिरायु कार्ड जारी किये जा चुके हैं। इसमें 74 लाख 33 हजार 548 चिरायु कार्ड और 28 लाख 89 हजार आयुष्मान कार्ड शामिल हैं।
चिरायु-आयुष्मान भारत योजना उन परिवारों के लिए उपलब्ध है जिनकी वार्षिक आय उनके परिवार पहचान पत्र में 1.80 लाख रुपये तक है। वित्त वर्ष 2024-25 के लिए हरियाणा के बजट में इस योजना को 3 लाख रुपये से 6 लाख रुपये की वार्षिक आय वाले परिवारों तक विस्तारित करने का निर्णय लिया गया। इसके लिए इन परिवारों को साल में एक बार 4,000 रुपये का प्रीमियम देना होगा. 6 लाख रुपये से अधिक आय वाले परिवार भी 5,000 रुपये प्रति वर्ष का वार्षिक प्रीमियम देकर इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
सेवाएं बंद करने का फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि सरकार पर करीब 300 करोड़ रुपये का बकाया है। आईएमए ने गुरुवार को एक पत्र जारी कर सरकार को बकाया 300 करोड़ रुपये जारी करने के लिए 24 घंटे का समय दिया था।
आईएमए अध्यक्ष डॉ. अजय महाजन ने कहा कि समस्या के बारे में 29 फरवरी को लिखित रूप से बताया गया था लेकिन अब तक कोई संज्ञान नहीं लिया गया है. इससे आयुष्मान योजना के तहत सूचीबद्ध 556 अस्पताल नाराज हैं। इसमें सरकारी और निजी अस्पताल शामिल हैं।