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Khatu Shyam News: खाटू श्याम जानें वाले श्रद्धालुओं के लिए बड़ा अपडेट, अगले 3 दिन बंद रहेंगे मंदिर के कपाट

 
Rajasthan News

Times Haryana, जयपुर: खाटू श्याम को भगवान कृष्ण के प्रलयकारी अवतार के रूप में जाना जाता है। राजस्थान के सीकर जिले में स्थित श्याम बाबा के भव्य मंदिर में प्रतिदिन लाखों भक्त आते हैं। ऐसा माना जाता है कि श्याम बाबा हर किसी की मनोकामना पूरी करते हैं और फर्श से अर्श तक पहुंचा सकते हैं। होली उत्सव के दौरान खाटू श्याम मंदिर के दरवाजे भक्तों के लिए बंद रहते हैं। दर्शनों के लिए कपाट बंद होने से पहले खाटू श्याम मंदिर में मेला लगता था, जो फाल्गुन द्वादशी तक चलता है।

वनवास के दौरान जब पांडव अपनी जान बचाने के लिए भटक रहे थे, तब भीम का सामना हिडिम्बा से हुआ। हिडिम्बा ने भीम से एक पुत्र को जन्म दिया जिसका नाम घटोखा रखा गया। घटोखा बर्बरीक का पिता बना। ये दोनों अपनी वीरता और शक्तियों के लिए जाने जाते थे। जब कौरवों और पांडवों के बीच युद्ध होने वाला था तो बर्बरीक ने युद्ध देखने का निर्णय लिया। जब भगवान कृष्ण ने उससे पूछा कि युद्ध में वह कैसा है, तो उसने कहा था कि वह हारने वाले पक्ष की तरफ से लड़ेगा।

भगवान कृष्ण युद्ध के परिणाम को जानते थे और उन्हें डर था कि इसका परिणाम पांडवों को भुगतना पड़ सकता है। ऐसे में भगवान कृष्ण ने बर्बर लोगों को रोकने के लिए दान की मांग की। दान में उसने उनके सिर माँग लिये। दान में बर्बरीक ने उन्हें सिर दे दिया, लेकिन आखिरी में उसने युद्ध देखने की इच्छा व्यक्त की।

कृष्ण ने इच्छा स्वीकार कर ली और उसका सिर युद्ध स्थल पर एक पहाड़ी पर रख दिया। युद्ध के बाद, पांडव इस बात पर लड़ने लगे कि युद्ध जीतने का श्रेय किसे दिया जाए। तब बर्बरीक ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के कारण ही उसे विजय मिली है। इस बलिदान से भगवान कृष्ण प्रसन्न हुए और उन्हें कलियुग में श्याम के रूप में पूजे जाने का वरदान दिया।

बाबा श्याम के गर्भ घर के कपाट 24 मार्च रात्रि 10 बजे से सायं 5:30 बजे तक बंद रहेंगे बाबा श्याम मंदिर के पट 27 मार्च को शाम 5:30 बजे मंगला आरती के समय खोले जायेंगे.

होली के मौके पर दो दिनों तक बाबा की विशेष पूजा होगी. बाबा का शृंगार और तिलक विशेष होता है. बाबा की विशेष पूजा में 12 से 15 घंटे का समय लगता है. इसके अलावा श्याम के खास मेकअप में भी करीब 5 से 6 घंटे का समय लगता है. खाटू श्याम को हारे का सहारा कहा जाता है। ऐसा कहा जाता है कि बाबा जीवन से हारे हुए लोगों की मन्नत पूरी करते हैं।