New Metro Stations in Old Gurugram: पुराने गुरुग्राम में मेट्रो चलाने की योजना एक कदम आगे बढ़ी, इन जगहों पर बनेंगे स्टेशन
Times Haryana, नई दिल्ली: गुरुग्राम नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग ने हाल ही में ओल्ड गुरुग्राम में मेट्रो संचालन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इसके लिए गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (जीएमआरएल) का गठन किया गया है, जिसका प्रारूप तैयार हो गया है। इस कंपनी की शुरुआत में कम से कम 20 करोड़ रुपये की पूंजी होगी, जिसमें केंद्र और प्रदेश सरकार की बराबरी का हिस्सा होगा।
गुरुग्राम की जनता को सुरक्षित और तेजी से गति प्रदान करने के लिए नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग के मुख्य सचिव अरुण गुप्ता ने इस कदम को समर्थन दिया है।
उनके आदेश के अनुसार, इस कंपनी का रजिस्टर्ड कार्यालय हरियाणा स्थित है, जो सेक्टर 4, पंचकूला में स्थित है। इसमें केंद्र और राज्य सरकार की हिस्सेदारी 10-10 करोड़ रुपये होगी।
राज्य सरकार ने इस कंपनी में पांच निदेशकों की नियुक्ति के लिए प्रस्तावित किया है, जिनमें नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग, वित्तीय विभाग से प्रशासनिक सचिव, हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (एचएमआरटीसी) के प्रबंध निदेशक, जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और गुरुग्राम नगर निगम के आयुक्त शामिल होंगे।
योजना और विवरण
हरियाणा सरकार ने ओल्ड गुरुग्राम में मेट्रो संचालन के लिए एचएमआरटीसी का गठन किया था, लेकिन इस पर केंद्र सरकार की मंजूरी आने में कुछ समय लगा।
जब डीपीआर को मंजूरी के लिए केंद्र सरकार को भेजा गया तो इस पर आपत्ति जताई गई, जिसके बाद गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड के गठन की मंजूरी हुई।
इस परियोजना के अंतर्गत ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो को दिल्ली के द्वारका एक्सप्रेस वे से जोड़ा जाएगा, जिसके तहत सेक्टर 101 में मेट्रो स्टेशन के निर्माण का प्रस्ताव है।
इस परियोजना का अनुमानित खर्च करीब 5452 करोड़ रुपये है, और इसमें 28.50 किमी लंबी मेट्रो लाइन शामिल होगी जिसमें 27 मेट्रो स्टेशन होंगे।
मिलेनियम सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन से नई मेट्रो की शुरुआत होगी, जो साइबर सिटी से जाकर मिल जाएगी। इस परियोजना से लोगों को गुरुग्राम के विभिन्न हिस्सों में तेजी से और सुरक्षितता के साथ यात्रा करने का मौका मिलेगा।
स्थानीय विकास की प्रोजेक्ट की विस्तारपूर्ण योजना
इस परियोजना के अनुसार, ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो के स्टेशनों की सूची बहुत लंबी है। इनमें सेक्टर 45, साइबर पार्क, सेक्टर 47, सुभाष चौक, सेक्टर 48, सेक्टर 72ए, हीरो होंडा चौक, उद्योग विहार फेस छह, सेक्टर 10, 37, गांव बसई, सेक्टर 9, 7, 4, 5, अशोक विहार, सेक्टर 3, बजघेड़ा रोड, पालम विहार एक्सटेंशन, पालम विहार, सेक्टर 23ए, सेक्टर 22, उद्योग विहार फेस 4 और 5, साइबर सिटी स्टेशन शामिल हैं। इन स्थानों पर मेट्रो स्टेशनों के निर्माण से नागरिकों को सुविधा मिलेगी और स्थानीय विकास में सकारात्मक परिणाम होगा।
यह परियोजना न केवल गुरुग्राम को एक और मॉडर्न और व्यापक यातायात साधन के साथ समृद्धि की दिशा में बढ़ने का एक नया कदम है, बल्कि इससे आसपास के क्षेत्रों के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान होगा।
मेट्रो का विस्तार न शिक्षा, नौकरी, और व्यापार में बढ़ती जनसंख्या को समर्थन प्रदान करने में मदद करेगा। इससे यह साबित होता है कि गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड का गठन न केवल एक यातायात साधन की बनाने की कड़ी में बल्कि स्थानीय और क्षेत्रीय विकास के लिए एक महत्वपूर्ण पहलु है।
इसके साथ ही, जनता को सुरक्षित और तेजी से गति प्रदान करने के लिए उठाए गए इस कदम से गुरुग्राम का भविष्य भी और उजवल हो रहा है। यह परियोजना न केवल एक साधारित सुविधा है, बल्कि यह गुरुग्राम को भारतीय शहरों की पंजीकृत मेट्रो नेटवर्क की ऊँचाइयों में ले जाने का एक और कदम है।
सम्पूर्ण रूप से, गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड का गठन एक नई ऊर्जा और विकास की ऊर्जा का स्रोत है, जो गुरुग्राम को एक नए क्रम में आगे बढ़ने में मदद करेगा।
हमें आशा है कि यह परियोजना न केवल गुरुग्राम को बल्कि पूरे क्षेत्र को सुधारित और मजबूत बनाए रखने में मदद करेगा, बल्कि यह भारत को एक विश्वस्तरीय यातायात नेतृत्व देने में भी योगदान करेगा। गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड के गठन के साथ, आगे बढ़ते भारत की ऊर्जा को दिखा रहा है और विकास की नई ऊर्जा का स्रोत बन रहा है।
इस परियोजना के जरिए, हम सभी उम्मीद करते हैं कि गुरुग्राम और उसके आसपास के क्षेत्रों का विकास होगा और यह भारतीय यातायात को एक नए स्तर पर ले जाएगा।
इस प्रयास में हर एक नागरिक का सहयोग होना अत्यंत महत्वपूर्ण है, ताकि हम सभी मिलकर एक सशक्त और समृद्ध भविष्य की दिशा में कदम बढ़ा सकें।