इन एक्सप्रेस-वे पर अब रात को भी होगा प्रोजेक्ट पर काम, NHAI ने लिया बड़ा फैसला

Times Haryana, नई दिल्ली: दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर एक बड़ा अपडेट सामने आया है। दिल्ली एक्सप्रेसवे पर अब रात में भी निर्माण कार्य की अनुमति होगी. निर्माण कार्यों को लेकर विभाग से अनुमति मिल चुकी है. रात में काम के चलते कुछ जगहों पर नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक डायवर्ट होने का खतरा है.
दिल्ली एक्सप्रेसवे पर रात में निर्माण कार्य की अनुमति मिलने से काम में तेजी आएगी। एनएचएआई अधिकारियों के मुताबिक, एक्सप्रेसवे का चौथा पैकेज अब तय लक्ष्य मार्च-2024 तक पूरा हो जाएगा।
डाटकाली से आशारोड़ी तक पुरानी सड़क को एक्सप्रेसवे में तब्दील किया जाना है। उत्तराखंड सेक्शन पर तो रात में भी काम हो रहा था, लेकिन डाटकाली से गणेशपुर तक यूपी सेक्शन पर अभी रात में काम करने की इजाजत नहीं थी।
एनएचएआई को मजदूरों के समूह में काम करना होगा. कर्मचारियों को भी सख्त हिदायत दी गई है कि वे रात में जंगलों में काम करते समय सतर्क रहें। अधिकारियों के मुताबिक निर्माण कार्यों के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये जायेंगे.
डाटकाली में सुरंग का काम एक साल पहले पूरा हो गया था। डाटकाली से गणेशपुर के बीच सात किमी लंबे एलिवेटेड रोड के पिलर पर स्लैब गिर गये हैं. रात में करने की इजाजत मिलने से काम में तेजी आएगी, अब मार्च के तय लक्ष्य तक काम पूरा होने की पूरी उम्मीद है
हाईवे पर ट्रैफिक डायवर्ट करने से यात्रियों को परेशानी हो सकती है। हालांकि विभागीय अधिकारियों के मुताबिक हाईवे पर निर्माण कार्यों में तेजी लाई जाएगी। निर्माण कार्य निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा कर लिया जाएगा, ताकि यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
एक्सप्रेसवे चार पैकेज में बनाया जा रहा है। चौथा पैकेज यूपी के गणेशपुर से उत्तराखंड के आशारोड़ी तक है। 21 किमी के पैकेज में बरसाती नदी पर 12 किमी की एलिवेटेड रोड भी शामिल होगी, जो मोहंड के घने जंगल से होकर निकलती है। इसके अलावा डाटकाली में 340 मीटर लंबी सुरंग है।
एनएचएआई ने वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से रात में काम करने की इजाजत मांगी थी, जो अब मिल गई है. रात में काम की इजाजत देने से जहां काम में तेजी आएगी, वहीं एनएचएआई के सामने चुनौतियां भी कम नहीं हैं। दटकाली और मोहंड क्षेत्र घने जंगलों वाले हैं और यहां वन्य जीवन भी है।
एनएचएआई के साइट इंजीनियर रोहित पंवार ने बताया कि पैकेज फोर का अब तक 70 फीसदी काम पूरा हो चुका है। आशारोड़ी से डाटकाली तक तीन लेन सड़क का निर्माण किया गया है। अब इस पर ट्रैफिक डायवर्ट किया जाएगा और बाकी तीन लेन को पुरानी सड़क के किनारे बनाया जाएगा।