नितिन गडकरी का बड़ा बयान; अब 60 किलोमीटर दायरे में रहेगा 1 टोल प्लाजा, जाने हरियाणा कितने होंगे बंद
Times Haryana, नई दिल्ली: केंद्र सरकार अब हाईवे पर वाहनों के लिए टोल प्लाजा पर नीति में बदलाव करने जा रही है। हरियाणा और पंजाब में कुल 63 टोल प्लाजा हैं, जिनमें से 41 टोल 60 किमी के दायरे में आते हैं।
हरियाणा-पंजाब में 60 किलोमीटर के दायरे में 41 टोल प्लाजा हैं. एक टोल को शिफ्ट करने में 12 करोड़ रुपये का खर्च आता है, वहीं अगर 60 किलोमीटर के दायरे में आने वाले 41 टोलों को एक जगह से दूसरी जगह शिफ्ट किया जाए तो करीब 4 अरब 92 लाख रुपये का खर्च आएगा। सभी की निगाहें अब नई नीति पर हैं जिसमें कुछ टोल को एक-दूसरे में विलय किया जा सकता है जबकि कुछ को बदला जा सकता है।
दूसरा, यदि एक ही एचएन पर 60 किलोमीटर में दो टोल हैं, तो उन्हें एक-दूसरे में मिलाया जा सकता है या कुछ दूरी पर स्थानांतरित किया जा सकता है। यदि शिफ्ट टैक्स भी चुकाया जाएगा तो टोल की राशि भी बढ़ने के संकेत मिलेंगे। दरअसल, हाईवे पर हर किलोमीटर के हिसाब से टोल वसूली की जाती है। अगर बीच में से एक टोल हटा भी दिया जाए तो दूसरे टोल पर वाहन चालकों को ज्यादा भुगतान करना होगा। अब सबकी निगाहें नई नीति पर हैं.
टोल से 81,227 करोड़ रु
अगर आपको हाईवे पर अच्छी सड़क चाहिए तो आपको टोल चुकाना होगा। इसीलिए टोल से सरकारी खजाना भर रहा है। देश में पिछले तीन साल के दौरान टोल से 81,227 करोड़ रुपये की वसूली हुई है। इनमें 2018-19 में 25,092.38 करोड़ रुपये, 2019-20 में 27,636.05 करोड़ रुपये और 2020-2 में 28,499.12 करोड़ रुपये का टोल संग्रह शामिल है।
हाल ही में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में 60 किमी के दायरे में एक ही टोल प्लाजा होने के नियम को स्वीकार किया था और कहा था कि ऐसे टोल प्लाजा तीन महीने में हटा दिए जाएंगे. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने देशभर से रिपोर्ट मांगी है। इसके बाद नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने रिकॉर्ड खंगाले तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
अंबाला-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग की बात करें तो मुरथल (सोनीपत) पानीपत और करनाल तक तीन टोल प्लाजा हैं, जिनमें से एक को हटाने, विलय करने या स्थानांतरित करने के संकेत मिल रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि नई नीति में एनएच-1 पर 60 किमी के दायरे में एक और दूसरे एनएच पर एक टोल रखने पर विचार किया जा रहा है। इस नीति से 60 किमी के दायरे में टोल की संख्या कम हो जाएगी, जिससे शिफ्टिंग लागत भी बच जाएगी।
60 किमी के दायरे में 20 टोल प्लाजा हैं
अम्बाला, पानीपत, घरौंदा, सैनीमाजरा, यमुनानगर, भिवानी-मोरवाला, हिसार-नरवाना, बाडोपट्टी, चौधरीवास, मदीना, रामायण, लांधड़ी, भावदीन, खटकड़, सोनीपत-रोहद, मकरौली, डाहर, भागान, छारा, झरोठी