Onion Price: अब प्याज होंगे फिर से सस्ते, सरकार ने लिया ये फैसला, जानें क्या होगा रेट
Times Haryana, नई दिल्ली: अगर आप भी महंगे प्याज खरीदने से परेशान हैं तो हाल के दिनों में सरकार द्वारा उठाए गए कदम का असर घरेलू बाजार पर दिखने लगा है. जी हां, तभी तो प्याज की कीमत आधे से भी ज्यादा गिर गई है.
थोक बाजार में कीमतों में गिरावट का असर दिख रहा है. जल्द ही इसका असर खुदरा बाजार पर दिखेगा. सरकार ने 7 दिसंबर को प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था. इसके बाद कीमतों में गिरावट आ रही है.
20-21 रुपये प्रति किलो तक पहुंची कीमतें-
व्यापारियों का कहना है कि आने वाले हफ्तों में कीमतें गिरने की संभावना है। तब से बाजारों में खरीफ प्याज की आमद तेज हो गई है। इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एएमपीसी द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, लासलगांव एएमपीसी में प्याज की औसत थोक कीमत 20-21 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई। निर्यात प्रतिबंध से पहले प्याज की कीमत 39-40 रुपये प्रति किलो थी.
लाल प्याज की आवक से कीमतों पर दबाव-
सूत्रों ने कहा कि निर्यात पर प्रतिबंध हटाने के लिए प्रदर्शन कर रहे प्याज किसानों को उम्मीद है कि सरकार इथेनॉल के लिए गन्ने के रस के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने के अपने फैसले पर पुनर्विचार कर सकती है।
एक प्याज निर्यातक ने बताया कि प्याज किसान धीरे-धीरे अपनी फसल बाजार में ला रहे हैं. दरअसल, उन्हें उम्मीद है कि केंद्र की ओर से प्याज के निर्यात पर लगा प्रतिबंध हटाया जा सकता है.
व्यापारियों के मुताबिक, बाजार में खरीफ प्याज (लाल प्याज) की आमद बढ़ गई है. इसके आने से कीमत पर दबाव पड़ा है. एक अन्य प्याज व्यापारी ने कहा कि देशभर में प्याज की अच्छी मांग से आने वाले दिनों में कीमत स्थिर रखने में मदद मिलेगी।
ग्राहक खुश, किसान परेशान-
सरकार द्वारा निर्यात पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद महंगा प्याज खरीदने वाले उपभोक्ता खुश नजर आ रहे हैं. सरकार के फैसले से ग्राहकों को राहत मिली है. लेकिन कुछ किसान चिंतित हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्याज की कीमतें 2,000 रुपये प्रति क्विंटल तक गिर गई हैं।
दावा किया जा रहा है कि प्याज के दाम गिरने से लागत भी नहीं निकल पा रही है. कीमतों में गिरावट से किसान चिंतित हैं. किसानों को उम्मीद है कि सरकार अपना फैसला वापस लेगी और प्याज के निर्यात पर लगा प्रतिबंध हटा देगी.