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UP News: 7 नए एक्सप्रेस-वे से बदलेगा यूपी का नक्शा, इन जिलों को होगा सबसे ज़्यादा फायदा

 
Expressway

UP News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में विकास की रफ्तार अब और तेज़ होने वाली है। योगी सरकार (UP Govt) अब राज्य में सात नए एक्सप्रेस-वे (Expressway) बनाने की तैयारी में जुट गई है। इन एक्सप्रेस-वे के निर्माण से न सिर्फ यूपी के कई जिलों को सीधा फायदा होगा बल्कि आसपास के राज्यों जैसे छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) और झारखंड (Jharkhand) के लोगों को भी सीधा लाभ मिलेगा। ये परियोजनाएं न सिर्फ यातायात को आसान बनाएंगी, बल्कि व्यापार, पर्यटन और औद्योगिक विकास को भी पंख लगाएंगी।

जानिए किन-किन एक्सप्रेस-वे का हो रहा है निर्माण

सबसे पहले बात करते हैं लखनऊ लिंक एक्सप्रेस-वे की, जिसकी लंबाई लगभग 50 किलोमीटर तय की गई है। इस परियोजना पर सरकार 4200 करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है। इस एक्सप्रेस-वे के बन जाने से लखनऊ और आसपास के जिलों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। खास बात यह है कि यह एक्सप्रेस-वे भविष्य में बनने वाले अन्य हाईवे नेटवर्क से भी सीधे जुड़ जाएगा।

इसके बाद नंबर आता है चित्रकूट लिंक एक्सप्रेस-वे का। यह एक्सप्रेस-वे 120 किलोमीटर लंबा होगा और बुंदेलखंड के अलग-अलग ज़िलों को एक साथ जोड़ेगा। बुंदेलखंड क्षेत्र, जो लंबे समय से पिछड़ेपन का शिकार रहा है, अब इस परियोजना से काफी हद तक उबर पाएगा। ये मार्ग न केवल क्षेत्र के लोगों के लिए लाभकारी होगा, बल्कि आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगा।

बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे से झांसी को मिलेगा नया हाइवे

बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का नया हिस्सा 100 किलोमीटर लंबा होगा, जो सीधे झांसी को जोड़ेगा। झांसी, जो पहले से ही एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक और व्यापारिक केंद्र है, अब इस नए हाइवे के बनने से और तेज़ी से आगे बढ़ेगा। लोगों को राजधानी दिल्ली और अन्य बड़े शहरों तक पहुंचने में कम समय लगेगा और व्यापार में तेजी आएगी।

जेवर एयरपोर्ट से सीधे यमुना एक्सप्रेस-वे तक

अब बात करते हैं जेवर लिंक एक्सप्रेस-वे की। यह एक्सप्रेस-वे 76 किलोमीटर लंबा होगा और जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को सीधे यमुना एक्सप्रेस-वे से जोड़ेगा। यह मार्ग दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए बेहद राहतभरा साबित होगा, क्योंकि इससे एयरपोर्ट तक की यात्रा और भी सुगम बन जाएगी। इसके बनने से नोएडा, ग्रेटर नोएडा और आसपास के शहरों की कनेक्टिविटी को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा।

प्रयागराज से मेरठ के बीच अब सीधे जुड़ाव की तैयारी

गंगा एक्सप्रेस-वे, जो कि प्रयागराज से मेरठ तक बनने वाला है, उसे अब लखनऊ से जोड़ने की भी योजना तैयार हो चुकी है। इसके लिए एक विशेष लिंक एक्सप्रेस-वे बनाया जाएगा, जिसकी लागत लगभग 8000 करोड़ रुपये आएगी। इससे राजधानी लखनऊ और पश्चिमी यूपी के बीच सीधा और तेज़ संपर्क स्थापित हो सकेगा। कारोबारियों और यात्रियों को इससे बड़ा फायदा होगा।

यूपी का सबसे लंबा नया प्रोजेक्ट

इन सबके अलावा जो सबसे बड़ी और महत्त्वपूर्ण परियोजना है, वह है विंध्य एक्सप्रेस-वे। यह एक्सप्रेस-वे लगभग 320 किलोमीटर लंबा होगा और प्रयागराज से शुरू होकर मिर्जापुर, वाराणसी, चंदौली होते हुए सोनभद्र तक जाएगा। इस परियोजना की लागत करीब 22400 करोड़ रुपये बताई जा रही है। इसके बनने से यूपी के पूर्वी हिस्से को जबरदस्त फायदा मिलेगा। साथ ही झारखंड और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों के लोग भी इस सड़क मार्ग से उत्तर प्रदेश के अन्य हिस्सों तक आसानी से पहुंच सकेंगे।

विंध्य पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेस-वे भी बनेगा

विंध्य एक्सप्रेस-वे पर ही एक और खास लिंक बनने की तैयारी है जिसका नाम होगा विंध्य पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेस-वे। यह नया लिंक चंदौली से शुरू होकर गाजीपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा। इसकी लंबाई लगभग 100 किलोमीटर होगी और इस पर लगभग 7000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि विंध्य क्षेत्र के लोग सीधे पूर्वांचल के रास्ते बिहार बॉर्डर तक जल्दी पहुंच सकेंगे।

कब शुरू होगा काम?

इन सभी एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं के लिए यूपीडा (UPEDA) ने अपनी योजना पूरी तरह तैयार कर ली है। मार्च महीने में निर्माण कंपनियों का चयन किया जाएगा। उसके बाद सर्वे कराकर सभी एक्सप्रेस-वे का अंतिम रूट तय किया जाएगा। फिर भूमि अधिग्रहण (Land Acquisition) की प्रक्रिया शुरू होगी। उम्मीद की जा रही है कि साल के अंत तक कुछ परियोजनाओं पर काम शुरू हो जाएगा।