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Wheat Straw Price: बेमौसम भारी बारिश से गेहूं की फसल बर्बाद होने से तुड़ी के भाव सातवे आसमान पर, जाने गेहूं के भूसे का रेट

Gehun Bhusa Bhav 2023: गेहूं की कटाई से ठीक पहले हुई बेमौसम बारिश और ओलों ने गेहूं की फसल को लगभग बर्बाद कर दिया है। इससे पराली की भारी कमी हो गई है, क्योंकि किसान बारिश के डर से अपने सीमित स्टॉक को बेचने को तैयार नहीं हैं। इसके अलावा, गेहूं की कम उपज की संभावना है, जैसा कि पिछले साल हुआ था, जिससे स्थिति और खराब हो सकती है।
 
Gehun Bhusa ​​​​​​​Bhav 2023,

Wheat Bhusa Rate 2023: बेमौसम भारी बारिश से गेहूं और सरसों की फसलों को काफी नुकसान हुआ है, जिसकी वजह से तुड़ी की कमी हुई और तुड़ी की कीमत (Gehun Bhusa Bhav 2023) बढ़ी है । इस कारण पहले से ही महंगाई में जूझ रहे किसानों और पशुपालकों के साथ-साथ आम जनता के सामने भी प्रॉब्लम खड़ी हो गयी है।

गेहूं और सरसों की फसल पर असर (Wheat Straw Price) 

गेहूं की कटाई से ठीक पहले हुई बेमौसम बारिश और ओलों ने गेहूं की फसल को लगभग बर्बाद कर दिया है। इससे पराली की भारी कमी हो गई है, क्योंकि किसान बारिश के डर से अपने सीमित स्टॉक को बेचने को तैयार नहीं हैं। इसके अलावा, गेहूं की कम उपज की संभावना है, जैसा कि पिछले साल हुआ था, जिससे स्थिति और खराब हो सकती है।

पशुपालकों पर प्रभाव(Wheat Straw Price) 

पशुपालकों को तुड़ी की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है, जो उनके मवेशियों के लिए बहुत जरूरी है। कमी के चलते तुड़ी के भाव 600 रुपये से बढ़कर 700 रुपये प्रति क्विंटल हो गए हैं।

इससे दूध की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है और अगर यह सिलसिला जारी रहा तो भविष्य में और भी चारे की कमी हो सकती है।

आम जनता पर प्रभाव (Wheat Straw Price) 

दूध, मांस और अंडे जैसी आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता और लागत के संदर्भ में कमी और मूल्य वृद्धि का आम जनता पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है।

गेहूं और आटे की बढ़ती कीमतों से महंगाई पर और असर पड़ सकता है, जिससे लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।

बेमौसम भारी बारिश से गेहूं और सरसों की फसल को भारी नुकसान हुआ है, जिससे तुड़ी की कमी और कीमत में बढ़ोतरी हुई है, जिससे पशुपालक और आम जनता प्रभावित हुई है। इसलिए अधिकारियों से मांग है कि जल्द से जल्द इस स्थिति को दूर कर समाधान निकाला जाए।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों (Wheat Straw Price) 

प्रश्न 1: गेहूँ उगाने के लिए सर्वोत्तम मौसम की स्थितियाँ कौन सी हैं?

उत्तर: गेहूं को सर्वोत्तम वृद्धि के लिए 15 डिग्री सेल्सियस और 25 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान, अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी और सही मात्रा में धूप और पानी की आवश्यकता होती है।

प्रश्न 2: सरसों के बीज से सरसों का तेल कैसे निकाला जाता है?

उत्तर: सरसों का तेल सरसों के पौधे के बीजों से कोल्ड प्रेसिंग या सॉल्वेंट एक्सट्रैक्शन की प्रक्रिया के जरिए निकाला जाता है। तेल आमतौर पर खाना पकाने में प्रयोग किया जाता है और इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं।