हरियाणा के सिरसा में भ्रष्टाचार का खुलासा, पंचायती राज विभाग का JE 1.25 लाख रिश्वत लेते गिरफ्तार
डीएसपी (DSP) अमित बेनीवाल की टीम ने बताया कि सरपंच ओमप्रकाश ने ढाणी खूहवाली क्षेत्र में गंदे पानी की निकासी के लिए पाइपलाइन बिछाने का प्रस्ताव रखा था। इस प्रोजेक्ट के पेंडिंग बिल को पास करने के लिए JE लविश कुमार ने ₹1.25 लाख की मांग की। सरपंच ने मामले को लेकर ACB टीम से संपर्क किया और शिकायत दर्ज कराई।

हरियाणा के सिरसा जिले में पंचायती राज विभाग के जूनियर इंजीनियर (JE) लविश कुमार को एंटी करप्शन ब्यूरो (Anti-Corruption Bureau) की टीम ने रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि JE ने सरपंच से पेंडिंग बिल पास करने के बदले ₹1.25 लाख की रिश्वत मांगी थी। सरपंच की शिकायत पर ACB ने पूरी प्लानिंग के साथ आरोपी को नई हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी से गिरफ्तार किया।
कैसे हुआ JE गिरफ्तार?
सरपंच ओमप्रकाश ने अपनी शिकायत में कहा कि JE ने उनसे ₹1.10 लाख में डील फाइनल की थी। इसके बाद सरपंच ने एंटी करप्शन ब्यूरो को सूचित किया। ब्यूरो की टीम ने नई हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में जाल बिछाया और JE को रंगे हाथ गिरफ्तार किया। आरोपी के पास से पेंडिंग बिल से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं।
DSP का बयान
डीएसपी अमित बेनीवाल ने बताया कि आरोपी के खिलाफ रिश्वत (Bribery) का केस दर्ज कर लिया गया है। उसे कोर्ट में पेश करने के बाद पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। इस मामले में आगे की जांच जारी है। ACB की टीम यह भी जांच कर रही है कि क्या JE पहले भी किसी घूसखोरी के मामले में शामिल रहा है।
पाइपलाइन प्रोजेक्ट और सरपंच की भूमिका
ढाणी खूहवाली गांव में गंदे पानी की समस्या को हल करने के लिए सरपंच ओमप्रकाश ने पाइपलाइन बिछाने का निर्णय लिया था। सरपंच का कहना है कि JE के रिश्वत मांगने के कारण काम में देरी हो रही थी। इस कारण उन्होंने मामले को ACB तक ले जाने का साहस किया।
ACB का अगला कदम
पुलिस रिमांड के दौरान ACB आरोपी से अन्य प्रोजेक्ट्स से जुड़े कागजात और घूसखोरी के मामलों की जानकारी जुटाएगी। टीम इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या इस भ्रष्टाचार (Corruption) में विभाग के अन्य अधिकारी भी शामिल हैं।