हरियाणा के इन 3 जिलों को दिवाली का बड़ा तोहफा; CM खट्टर ने इन 13 परियोजनाओं पर लगाई मोहर

Times Haryana, चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ग्रामीण संवर्धन कार्यक्रम के तहत तीन जिलों अर्थात् भिवानी, चरखी दादरी और नूंह में 51 करोड़ रुपये से अधिक की 13 नई परियोजनाएं लागू करेगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा क्रियान्वित की जाने वाली इन परियोजनाओं को प्रशासनिक मंजूरी दे दी।
नए कार्यों में 9.98 करोड़ रुपये की लागत से भिवानी जिले के ढिगावा जाटान गांव में जल कार्य, 8.42 करोड़ रुपये की लागत से पहाड़ी गांव में जल कार्य शामिल हैं।
8.31 करोड़ रुपये की लागत से गांव कुरल,भिवानी में जल आपूर्ति व्यवस्था का सुदृढ़ीकरण एवं दूसरे वाटर वर्क्स का निर्माण कार्य किया जाएगा।
इसके अलावा, 7.98 करोड़ रुपये की लागत से जिला भिवानी के गांव खरकड़ी में जल कार्यों का निर्माण, 4.30 करोड़ रुपये की लागत से जिला भिवानी के गांव रूपगढ़ में नहर आधारित जल आपूर्ति योजना का निर्माण।
चरखी में 2.48 करोड़ रुपये की लागत से दादरी जिले के बरसाना गांव में नहर आधारित जल कार्य और शेष पाइपलाइन बिछाना शामिल है।
इसके अलावा, 1.12 करोड़ रुपये की लागत से चरखी दादरी जिले के गांव कलाली में पाइपलाइन बिछाने और अतिरिक्त टैंक का निर्माण और मौजूदा संरचनाओं की मरम्मत भी की जाएगी।
चरखी दादरी में मौजूदा संरचनाओं का नवीनीकरण और शेष पाइपलाइनें बिछाना, 1.36 करोड़ रुपये की लागत से गांव गारनपुरा कलां, भिवानी में वितरण पाइपलाइन का प्रावधान
और जल आपूर्ति योजना का विस्तार, 73.64 लाख रुपये की लागत से गांव पहलादगढ़, भिवानी में जल कार्यों में अतिरिक्त टैंक, फिल्टर बेड का निर्माण और मौजूदा संरचनाओं की मरम्मत, गांव दुल्हेड़ी में 73.64 लाख रुपये की लागत से।
37.14 लाख रुपये की लागत से भिवानी में वाटर वर्क्स में एक अतिरिक्त टैंक का निर्माण और गांव नंदगांव, जिला भिवानी में एक अतिरिक्त टैंक के निर्माण को भी मंजूरी दी गई है।
नूंह जिले के 23 गांवों में 46 ट्यूबवेलों का गहरीकरण के साथ-साथ जीर्णोद्धार भी किया जाएगा
प्रवक्ता ने बताया कि नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका विधानसभा क्षेत्र में स्थापित विभिन्न ट्यूबवेलों से कम पानी की आपूर्ति को देखते हुए 23 गांवों में 46 ट्यूबवेलों को गहरा करने और उनका जीर्णोद्धार करने की योजना बनाई गई है। इस उद्देश्य के लिए 4.96 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है।
इन गांवों में पाटन उदयपुरी, रावली, कुबरावास, पठखोरी, हसनपुर बिलौंदा, फिरोजपुर झिरका, ठीकरी, ग्यासनियाबास, रंगाला, धमाला, नसीरबास, नोटकी, सिल्को देवला नागली, सादीन, कंसाली, घागस, कोटला, बड़ेड़, धोंडल, नावली, चित्तौड़गढ़ शामिल हैं। चंद्रका, बिवान और बसामियो शामिल हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि हरियाणा ग्रामीण क्षेत्रों में पाइप जलापूर्ति सुविधा उपलब्ध कराने में अग्रणी है। पेयजल आपूर्ति योजनाएँ मुख्यतः ट्यूबवेल/सतह स्रोतों और बरसाती कुओं पर आधारित हैं।
गांवों में निजी जल कनेक्शन की सुविधा के लिए वितरण व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है। हरियाणा देश का तीसरा राज्य है जहां ग्रामीण क्षेत्र के हर परिवार को अपने घर में नल से साफ पानी मिलना शुरू हो गया है।