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Haryana News: रेड जोन में पहुंचे हरियाणा के 1948 गांव, जींद, हिसार, सिरसा समेत 14 जिलों तेजी से गिर रहा भूजल स्तर, जानें

 
 भूजल स्तर
 

Times Haryana, चंडीगढ़: जल संकट से जूझ रहे हरियाणा में भूजल की स्थिति गंभीर है। हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण द्वारा राज्य भर से एकत्र किए गए आंकड़ों के अनुसार, 1,948 गांव अब रेड जोन में आ गए हैं। चिंता की बात यह है कि 84 फीसदी गांवों में भूजल स्तर तेजी से गिर रहा है। राज्य के कुल 7287 गांवों में से केवल 1304 ही ग्रीन जोन में हैं, जबकि 6150 गांवों में भूजल तेजी से नीचे जा रहा है।

20 से 30 मीटर के जल स्तर वाले गांवों को गुलाबी रंग में मध्यम, 10 से 20 मीटर के संभावित तनाव वाले क्षेत्रों को हल्के हरे रंग में और पांच से 10 मीटर की गहराई वाले गांवों को अच्छे जल स्तर में दर्शाया गया है। 1.5 मीटर से कम जल स्तर वाले गांवों को गंभीर जलजमाव, नीले रंग में डेढ़ से तीन मीटर तक संभावित जलजमाव तथा तीन से पांच मीटर तक संभावित जलजमाव वाले गांवों को पीला संकेतक रखते हुए मध्यम श्रेणी में रखा गया है।

सरकार ने राज्य के करनाल, कैथल, फतेहाबाद, कुरूक्षेत्र, जिंद, सिरसा और यमुनानगर के 141 खंडों में भूजल स्तर पर सर्वेक्षण कराया। इनमें से 30 को सुरक्षित, 12 को क्रिटिकल, 14 को सेमी-क्रिटिकल और 85 को अति-शोषित माना जाता है। सबसे खराब स्थिति करनाल, कैथल, फतेहाबाद, कुरूक्षेत्र, जिंद, सिरसा और यमुनानगर की है जहां पानी का सबसे ज्यादा दोहन हो रहा है।

इसी चिंता में सरकार ने भूजल संरक्षण अभियान को अपनाया है और प्रशासनिक सचिवों के साथ दो साल की भूजल बचत कार्य योजना तैयार की है। जल संरक्षण में जुटी सरकार ने पहली बार भूजल के हिसाब से गांवों को सात श्रेणियों में बांटा है। जल स्तर की निगरानी अब ब्लॉक के बजाय गांव स्तर पर की जाएगी। 30 मीटर से ऊपर जल स्तर वाले गांवों को लाल रंग से दर्शाया गया है, जो उन्हें गंभीर श्रेणी में रखता है।