thlogo

Haryana Weather: हरियाणा में बेमौसम बारिश ने मचाई तबाही; गेहूं की फसल को नुकसान, इन जिलों में ओलावृष्टि..

haryana weather today: हरियाणा बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि ने पिछले तीन साल का रिकार्ड तोड़ दिया है।  लगातार हो रही बारिश से फसलें खराब होने लगी हैं। गेहूं की फसल के भी 15 से 20 प्रतिशत तक खराब होने की आशंका है।
 
Haryana Weather,

haryana weather today rain: इस बार हरियाणा में मार्च महीने में सामान्य से 176 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई है। बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि ने पिछले तीन साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। अब तक मार्च में प्रदेश में औसतन 41.7 एमएम बारिश दर्ज की जा चुकी है। लगातार हो रही बारिश से फसलें खराब होने लगी हैं। सरसों की फसल पर पहले ही पानी फिर चुका है और अब गेहूं की फसल के भी 15 से 20 प्रतिशत तक खराब होने की आशंका है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि अगर बारिश और हुई तो गेहूं के दाने की चमक कम होगी और दाना काला भी पड़ सकता है।

करनाल स्थित राष्ट्रीय गेहूं अनुसंधान संस्थान के पूर्व निदेशक डॉ. ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि बारिश से फसल को पांच से सात फीसदी तक नुकसान होने की आशंका है लेकिन अगर और बारिश हुई तो नुकसान बढ़ सकता है। हालांकि, इस बार गेहूं की बंपर फसल होने के आसार हैं, क्योंकि गेहूं का दाना पूरा आकार ले चुका है। उधर, हरियाणा कृषि विभाग के अधिकारियों का मानना है कि गेहूं की फसल में नुकसान का आंकड़ा 15 से 20 फीसदी के बीच पहुंच चुका है।

5.75 लाख एकड़ फसल में नुकसान की शिकायतें
अब तक क्षतिपूर्ति पोर्टल पर प्रदेशभर से 5.75 लाख एकड़ फसल में नुकसान की शिकायतें आई हैं। प्रदेश के 4900 गांवों में एक लाख से अधिक किसान इससे प्रभावित हैं। प्रदेश में 22.9 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की फसल बोई गई। हरियाणा में 45 से 50 क्विंटल प्रति हेक्टेयर से ऊपर ही गेहूं की पैदावार होती है लेकिन बारिश के चलते प्रति हेक्टेयर पांच से सात क्विंटल पैदावार घट सकती है।
बीते 24 घंटे में जिलों में हुई बारिशजिला
महेंद्रगढ़ = 87.5 MM
भिवानी = 24
चरखी दादरी = 13
हिसार = 10
कुरुक्षेत्र = 10
पानीपत = 10

नारनौल = 09
यमुनानगर = 08
करनाल = 6.5
अंबाला = 04
रेवाड़ी =05
कैथल =2.5
सोनीपत - 01
तीन जिलों में ओलावृष्टि
मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के असर से प्रदेश में शुक्रवार सुबह से ही बारिश शुरू हो गई। भिवानी में शुक्रवार दोपहर बाद भिवानी, लोहारू, ढिगावामंडी, कैरू, चांग के आसपास इलाकों में बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। इसके अलावा महेंद्रगढ़ और बहादुरगढ़ (Mahendragarh and Bahadurgarh) में ओले गिरे हैं। इससे गेहूं की फसल को काफी नुकसान की आशंका है। इसके साथ ही 20 से 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं।

फसल खरीद एक सप्ताह के लिए प्रभावित
सरकार के अनुसार प्रदेश की सभी मंडियों और खरीद केंद्रों में गेहूं व सरसों (wheat and mustard) की फसल की खरीदने की तैयारी पूरी है लेकिन अब मौसम खराब होने के चलते फसलों में नमी की मात्रा बढ़ गई है। इससे करीब एक सप्ताह तक खरीद प्रभावित होने की संभावना है।

खेतों में एक से डेढ़ फीट भरा पानी
बारिश और तेज हवा चलने से गेहूं की फसल खेतों में गिर गई है। जो फसल गिर गई है, अब वह दोबारा नहीं उठ पाएगी। अगर खेतों में पानी जमा रहा तो गेहूं का दाना खराब हो सकता है। सोनीपत, जींद, झज्जर के खेतों में एक से डेढ़ फीट तक जलभराव की स्थिति है। अब गेहूं का दाना काला पड़ने की आशंका है। पहले ही गेहूं की फसल जमीन पर बिछी हुई है।
करनाल में दीवार गिरने से एक की मौत
बारिश और तेज हवा के कारण शुक्रवार रात करनाल के सांभली गांव में एक मकान की दीवार ढह गई। इसके नीचे दबने से 51 वर्षीय भीम सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। शुक्रवार को उनकी उपचार के दौरान मौत हो गई।
इस बार भी फसलों का जो नुकसान हुआ है, हम किसान को नुकसान बर्दाश्त नहीं करने देंगे, उनको मुआवजा दिया जाएगा। सरकार ने ई -फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल भी बनाया है, जिस पर 72 घंटे के अंदर किसान अपनी खराब फसल के बारे में जानकारी देते हैं। सारी प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से चल रही है और मई माह तक सभी किसानों को मुआवजा वितरित कर दिया जाएगा। कांग्रेस के 10 साल के कार्यकाल में किसानों को लगभग 1200 करोड़ रुपये का मुआवजा मिला, जबकि हमने वर्ष 2015 में ही 1200 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया।मनोहर लाल, मुख्यमंत्री।

1 अप्रैल को केस रहेगा मौसम 

1 अप्रैल को मौसम में कुछ सुधार होने की उम्मीद है। उस दिन बादल तो छाए रहेंगे लेकिन बारिश की तीव्रता कम हो जाएगी। 

उत्तरी हरियाणा के तीन जिलों को छोड़कर पंचकूला, अंबाला और यमुनानगर में मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा दक्षिण और दक्षिणी पूर्व के जिला महेंद्रगढ़, गुरुग्राम, रोहत, रेवाड़ी, झज्जर, नूंह, पलवल, फरीदाबाद, सोनीपत और पानीपत में गरज के साथ बारिश होने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। इसके अलावा पश्चिमी और दक्षिण पश्चिम के 6 जिले सिरसा, जींद, फतेहाबाद, भिवानी, हिसार और चरखी दादरी में येलो अलर्ट घोषित किया है।

2 अप्रैल से फिर बारिश के अनुमान 

मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी  हिमालय में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव 1 अप्रैल की रात को विदा खत्म हो जाएगा। इसके चलते 2 अप्रैल से मौसम की स्थिति साफ होनी शुरू हो जाएगी। वहीं 7 अप्रैल को फिर से बारिश होने का अनुमान जताया गया है।