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हरियाणा में शिक्षा के नए युग की शुरुआत, 12 जनवरी से लागू होगी नई शिक्षा नीति

 
 
Haryana

Times Haryana, चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने 12 जनवरी 2025 से नई शिक्षा नीति (New Education Policy) लागू करने की घोषणा की है। स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर इसे पूरे राज्य में शुरू किया जाएगा। इस नीति का उद्देश्य छात्रों के समग्र विकास (Holistic Development) को प्रोत्साहन देना और शिक्षा प्रणाली को रोजगारोन्मुख (Career-Oriented) बनाना है। राज्य सरकार ने इसे प्रभावी बनाने के लिए विशेषज्ञों और शिक्षण संस्थानों से सुझाव (Feedback) लेने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।

नई शिक्षा नीति के लिए व्यापक तैयारियां

शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने मंगलवार को उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इसमें अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि नई शिक्षा नीति को लागू करने के लिए एक विस्तृत योजना तैयार की जाए। उन्होंने कहा कि इस नीति के लागू होने से पहले राज्य के विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और स्कूलों के शिक्षाविदों से राय ली जाएगी। यह सुनिश्चित करने के लिए सभी संबंधित पक्षों को शामिल किया जाएगा कि नीति हरियाणा के शिक्षा क्षेत्र को मजबूत करे।

सुझाव लेने की प्रक्रिया शुरू

राज्य सरकार ने नई शिक्षा नीति को और बेहतर बनाने के लिए प्रदेशभर के शिक्षाविदों, शिक्षकों और संस्थानों से राय मांगनी शुरू कर दी है। शिक्षा विभाग ने सुझावों को शामिल करने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है। इस प्रक्रिया में नीति के विभिन्न पहलुओं पर फीडबैक लिया जाएगा।

शिक्षा मंत्री ने बताया कि यह नीति छात्रों को आधुनिक और व्यावहारिक शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ उनके रोजगार के अवसरों को बढ़ाने पर केंद्रित होगी। नई शिक्षा नीति को लागू करने से छात्रों के कौशल विकास (Skill Development) में भी वृद्धि होगी।

स्वामी विवेकानंद जयंती पर होगा भव्य समारोह

शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने बताया कि 12 जनवरी 2025 को स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर राज्य स्तरीय समारोह आयोजित किया जाएगा। इस समारोह में नई शिक्षा नीति के प्रमुख पहलुओं को प्रस्तुत किया जाएगा। साथ ही, छात्रों और शिक्षकों को इसके लाभों के बारे में बताया जाएगा।

यह आयोजन राज्य के शिक्षा क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक होगा। समारोह में प्रमुख शिक्षाविद, स्कूलों और कॉलेजों के प्रतिनिधि, और राज्य के अन्य अधिकारी शामिल होंगे।

नई शिक्षा नीति के मुख्य उद्देश्य

नई शिक्षा नीति का उद्देश्य हरियाणा के शिक्षा क्षेत्र को आधुनिक बनाना है। इसमें छात्रों के समग्र विकास और रोजगारोन्मुख शिक्षा पर जोर दिया गया है।

कौशल विकास: छात्रों को रोजगार के लिए तैयार करना।

समग्र विकास: छात्रों के शारीरिक, मानसिक और नैतिक विकास पर ध्यान देना।

आधुनिक शिक्षा प्रणाली: शिक्षा को व्यावहारिक और तकनीकी रूप से सक्षम बनाना।

शिक्षकों की भागीदारी: शिक्षकों की गुणवत्ता और प्रशिक्षण को प्राथमिकता देना।

शिक्षा क्षेत्र को नई दिशा मिलेगी

नई शिक्षा नीति के लागू होने से राज्य के शिक्षा क्षेत्र को नई दिशा मिलेगी। शिक्षा विभाग इसे सफल बनाने के लिए सभी स्तरों पर काम कर रहा है। इस नीति के तहत छात्रों को उनके पसंद के क्षेत्र में शिक्षा प्राप्त करने का अधिक अवसर मिलेगा।

सरकार ने यह भी घोषणा की है कि इस नीति को लागू करने के लिए सभी शिक्षण संस्थानों को वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही, छात्रों को डिजिटल शिक्षा (Digital Education) और नए कौशल सिखाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

नई शिक्षा नीति के लाभ

नई शिक्षा नीति के माध्यम से छात्रों को उनके भविष्य के लिए बेहतर तरीके से तैयार किया जाएगा। इसमें स्कूली शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक कई बदलाव किए जाएंगे।

छात्रों को बहुआयामी (Multidisciplinary) शिक्षा मिलेगी।

आधुनिक तकनीकों का उपयोग बढ़ेगा।

शिक्षकों के प्रशिक्षण पर जोर दिया जाएगा।

रोजगारोन्मुख कोर्स पेश किए जाएंगे।

हरियाणा सरकार की यह पहल शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाने वाली साबित हो सकती है।