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हरियाणा में दो दिन ये लोग रोडवेज में कर सकेंगे फ्री सफर; CM खट्टर ने नवरात्रि पर दिया बड़ा तोहफा

 
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Times Haryana, चंडीगढ़: हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने सोमवार को कैथल के सांपन खेड़ गांव में मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखी। यहां सीएम ने शिलान्यास किया. मुख्यमंत्री सुबह कैथल पहुंचे थे। उन्होंने सबसे पहले आईजी कॉलेज में जनसंवाद कार्यक्रम में लोगों की समस्याएं सुनीं. इसके बाद वह सपन खेड़ी में मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास समारोह के लिए रवाना हो गए। मेडिकल कॉलेज का नाम भगवान परशुराम के नाम पर रखा जाएगा।

सीएम मनोहर लाल ने सांपन खेड़ में पंचायत के जन प्रतिनिधियों के साथ जनसंवाद किया. सीएम के समक्ष 45 से अधिक सरपंचों, ब्लॉक समिति सदस्यों और जिला परिषद सदस्यों ने अपनी बात रखी. सीएम सरकार की योजनाओं की भी जानकारी दे रहे हैं. सीएम ने सभी पंचायतों के जन प्रतिनिधियों से लिखित शिकायत मांगी है.

सीएम ने कहा कि 2014 में जब हमारी सरकार आई तो राज्य में छह मेडिकल कॉलेज थे, लेकिन आज राज्य में मेडिकल कॉलेजों की संख्या कितनी है. वर्तमान में 2185 एमबीबीएस सीटें हैं, जो आने वाले समय में 3,000 हो जाएंगी। सीएम ने कहा कि बीजेपी सरकार ने हर क्षेत्र में बिना भेदभाव के विकास किया है. प्रदेश में 72 नए कॉलेज खोले गए हैं, जिनमें से आधे लड़कियों के लिए हैं।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सरकार द्वारा लागू की गई आयुष्मान योजना के तहत पात्र परिवारों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिल रहा है। आम जनता को ध्यान में रखकर योजनाएं बनाई जा रही हैं।

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि 21 और 22 अक्टूबर को होने वाली सीईटी ग्रुप डी परीक्षा के अभ्यर्थियों को हरियाणा रोडवेज में मुफ्त यात्रा की सुविधा मिलेगी. हरियाणा सामान्य पात्रता परीक्षा (सीईटी) के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के एडमिट कार्ड रविवार, 15 अक्टूबर को जारी कर दिए गए। इसे परीक्षा तिथि तक डाउनलोड किया जा सकता है।

इससे पहले मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास करने के बाद सीएम ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ''आज हमें अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखने की जरूरत है. इसके तहत राज्य के हर जिले में मेडिकल कॉलेज स्थापित किये जायेंगे. कैथल के बाद फतेहाबाद और सिरसा में भी जल्द मेडिकल कॉलेजों की आधारशिला रखी जाएगी। वही चरखी दादरी और महेंद्रगढ़ मेडिकल कॉलेज पर भी विचार किया जा रहा है।

उन्होंने कहा, "हमने भ्रष्टाचार, अपराध और जाति-आधारित राजनीति पर हमला किया है।" पहले स्थिति यह थी कि आम लोगों को छोटे-छोटे काम के लिए दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते थे, लेकिन हमने परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) के माध्यम से योजनाओं का लाभ घर-घर तक पहुंचाया है। आज सभी पात्र परिवारों को योजनाओं का लाभ सीधे मिल रहा है। इसमें वृद्धावस्था पेंशन या अन्य योजनाएं शामिल हैं।