हरियाणा में पश्चिमी विक्षोभ ने किया मौसम का मूड स्विच, बारिश के अलर्ट से किसानों की बढ़ी टेंशन

आज शाम से हरियाणा में मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदलने वाला है! अब तक सूरज के आगे चिलचिलाती गर्मी का जो असर था, वह धीरे-धीरे कम होने वाला है। मौसम विभाग ने जब से बारिश का अलर्ट जारी किया है, तब से हरियाणा के लोग तैयार हो गए हैं, जैसे क्रिकेट मैच में बड़ा ओवर आने वाला हो।
एक पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के एक्टिव होने के बाद से अब राज्य के कई जिलों में हल्की बूंदाबांदी और ठंडी हवाएं आने की संभावना जताई जा रही है। तो, अगर आपने अभी तक जैकेट निकालकर नहीं रखा है, तो सोचिए, क्या आप अपनी “बारिश में भीगने की” इच्छा को पूरी करने का समय ढूंढने वाले हैं?
विभाग ने जारी किया बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग की तरफ से बताया गया है कि हरियाणा के कुछ हिस्सों में अब कल यानी 19 फरवरी को बारिश के बादल मंडराने वाले हैं। पश्चिमी विक्षोभ का असर प्रदेश के विभिन्न जिलों पर दिखाई देगा, जिनमें सोनीपत, पानीपत, करनाल, कैथल, कुरुक्षेत्र, अंबाला और पंचकूला शामिल हैं।
यहाँ हल्की से मध्यम बारिश (Light to moderate rain) का अलर्ट जारी किया गया है। यानी, अब इन शहरों के लोग बारिश का मजा लेने के लिए तैयार रहें, लेकिन ज्यादा उमंग के साथ बाहर न जाएं, क्योंकि पानी के साथ बर्फीले ठंडे रुख का भी सामना हो सकता है।
इसके साथ ही, पश्चिमी विक्षोभ की वजह से मौसम में हल्की ठंड बढ़ने का अनुमान भी है। यानी, जैसे ही बारिश होगी, ठंड में थोड़ी और वृद्धि होगी। शाम के समय मौसम में बदलाव आएगा और देर रात तक बारिश का पूरा सेट शुरू हो जाएगा।
सबको इस नये ‘वेस्टर्न विक्षोभ (Western Disturbance)’ का मजा लेने का टाइम मिलेगा। किसान भाई तो पहले से मौसम के हिसाब से तैयार होंगे, पर हम शहरी लोग फिर से नींद में डूबकर सोने के बाद बारिश का "सुर्र्र" सुनने का आनंद लेंगे।
क्या कहते हैं मौसम वैज्ञानिक?
मौसम के जानकार डॉ. मदन खीचड़ (Dr. Madan Khechad) के मुताबिक, फरवरी के इस महीने में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता लगातार बनी हुई है। यह विक्षोभ अफगानिस्तान और पाकिस्तान के रास्ते भारत की तरफ बढ़ रहा है।
जो अगले 20 और 21 फरवरी को मैदानी इलाकों में बारिश ला सकता है। तो अगर आपने “सर्दी” के स्वागत की उम्मीद छोड़ दी थी, तो अब बारिश के साथ सर्दी का अच्छा-combo मिल जाएगा।
यह वेस्टर्न डिस्टरबेंस हमारे पहाड़ी इलाकों में पहले से बर्फबारी करवा चुका है, लेकिन मैदान में इनका असर अभी बाकी है। इस बारिश का असर खासतौर पर खेतों में काम कर रहे किसानों पर दिख सकता है, क्योंकि इस समय गेहूं की फसल की स्थिति थोड़ा नाजुक है। बर्फबारी और बारिश मिलकर इनकी परेशानियों को और बढ़ा सकती है।
किसानों की बढ़ी टेंशन
अब अगर आप सोच रहे हैं कि हरियाणा में बारिश का मौसम आएगा, तो कितनी खुशखबरी है, तो आपको बता दें कि यह खुशखबरी खासतौर पर किसानों के लिए नहीं है। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार, इस समय राज्य का तापमान सामान्य से ऊपर चल रहा है, और यह गेहूं की फसल के लिए अच्छा नहीं है। अगर तापमान गिरने की बजाय बढ़ता ही रहा, तो गेहूं की फसल पर बहुत असर पड़ सकता है।
कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर तापमान सामान्य से नीचे चला जाए, तो फसल सही समय पर तैयार हो सकती है। लेकिन अगर तापमान और बढ़ा, तो गेहूं के दाने छोटा हो सकते हैं।
यही नहीं, खेतों में बर्फबारी और बारिश का मिक्स भी इस फसल के लिए चुनौती पैदा कर सकता है। अब किसान भाई इस मौसम में खास ध्यान रखें और बारिश के समय अपने खेतों में काम करने से थोड़ा बचें, क्योंकि यह वक्त थोड़ा tricky है।