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Jitiya Jivitputrika Vrat 2023: संतान की खुशहाली के लिए ये तीन व्रत, जानें कब - कब है व्रत की तारीख..

Vrat Calendar 2023: :कुछ दिनों बाद नए साल यानी कि 2023 की शुरुआत हो जाएगी. जाहिर है कि नए साल में फिर से त्योहार मनाए जाएंगे और व्रत रखे जाएंगे. हर साल कुछ ऐसे व्रत पड़ते हैं, जिनको महिलाएं अपनी संतान की खुशहाली के लिए रखती हैं.
 
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Vrat List 2023:कुछ दिनों बाद नए साल यानी कि 2023 की शुरुआत हो जाएगी. जाहिर है कि नए साल में फिर से त्योहार मनाए जाएंगे और व्रत रखे जाएंगे. हर साल कुछ ऐसे व्रत पड़ते हैं, जिनको महिलाएं अपनी संतान की खुशहाली के लिए रखती हैं. ऐसी मान्यता है कि इन त्योहारों को रखने से संतान को लंबी आयु प्राप्त होती है और उनको किसी भी चीज की कमी नहीं रहती है. ऐसे में आइए जानते हैं कि साल 2023 में संतान की खुशहाली के लिए रखे जाने वाले व्रत कौन से हैं और ये कब पड़ेंगे.
पौष पुत्रदा एकादशी
हर साल पौष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पुत्रदा एकादशी का व्रत रखा जाता है. इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की उपासना की जाती है. इस दिन जिन महिलाओं की संतान नहीं होती, वह उत्तम संतान प्राप्ति की कामना करती हैं. वहीं, जिनकी संतानें होती हैं, वह उनकी लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए व्रत रखकर पूजा करती हैं.
सावन पुत्रदा एकादशी
सावन महीने की एकादशी को पुत्रदा एकादशी का व्रत रखा जाता है. इस दिन भगवान भोलेशंकर के साथ भगवान विष्णु जी की पूजा की जाती है. इस दिन महिलाएं संतान को संकट से बचाने और उनके उज्जवल भविष्य के लिए व्रत रखती हैं. ऐसी मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से संतान को उत्तम स्वास्थ्य प्राप्त होता है और जीवन खुशहाल बने रहता है.

संतान सप्तमी व्रत
हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को संतान सप्तमी का व्रत रखा जाता है. इस दिन व्रत रखकर विधि-विधान से पूजा-अर्चना करने से संतान की प्राप्ति होती है. इस व्रत को ललिता सप्तमी,  मुक्ताभरण सप्तमी और अपराजिता सप्तमी के नाम से भी जाना जाता है.