Sakat Chauth Vrat 2025: सकट चौथ का व्रत कब है ? जाने पूजा विधि व समय
Sakat chauth vrat 2025: जनवरी में गणेश चतुर्थी माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाई जाती है। इसे कई नामों से जाना जाता है, जैसे तिलकुट चौथ, वक्र-टुंडी चतुर्थी और माघी चौथ। इस वर्ष यह व्रत 1 जनवरी को मनाया जाएगा। इसे साल की सबसे बड़ी चौथ माना जाता है। इस दिन माताएं अपनी संतान की दीर्घायु के लिए उपवास रखती हैं।
यह व्रत बिना पानी के रखा जाता है और शाम के समय तारों को देखकर व्रत खोला जाता है। आपको बता दें कि जैसा कि नाम से ही पता चलता है तिलकुटा चौथ, इस व्रत में तिल का बहुत महत्व है। इस दिन भगवान गणेश को तिल का भोग लगाया जाता है तथा तिल से बने पकवान का भोग लगाया जाता है।
सकट चौथ व्रतों की सूची
भगवान गणेश की छवि
लकड़ी की बेंच
पीला या लाल कपड़ा
जनेऊ, मेहंदी, सिन्दूर, अक्षत, हल्दी
सुपारी, पान का पत्ता, लौंग, रोली,
तिल, पत्ते, आरती की पुस्तक, दूर्वा की 21 गांठें
गाय का घी, फूल माला, इलायची, गुलाल
गंगाजल, लाल फूल, मौली, इत्र, अबीर
वे कौन सी चीजें हैं जिनके बिना व्रत अधूरा है?
गणपति पूजन में दूर्वा सबसे अधिक प्रयोग की जाने वाली सामग्री है। इस दिन भगवान गणेश को दूर्वा अर्पित करनी चाहिए। इस दिन तिल और दूर्वा का बहुत महत्व है, तिल से बने प्रसाद भगवान गणेश को अर्पित किए जाते हैं।
सकट चौथ व्रत तिथि और समय
इस वर्ष माघ कृष्ण चतुर्थी तिथि 17 जनवरी 2025 को प्रातः 4:06 बजे प्रारम्भ हो रही है। अगले दिन माघ कृष्ण चतुर्थी 18 जनवरी 2025 को प्रातः 5:30 बजे समाप्त होगी। गणपति पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 7.15 बजे से 11.12 बजे तक है। आपको पूजा के लिए 4 घंटे का समय मिल रहा है। आपको बता दें कि चांद रात 09 बजकर 09 मिनट पर उदय होगा।