हरियाणा के इस अनार की विदेशों में धूम, किसान की कमाई सुनकर बड़े-बड़े व्यापारी भी हुए दंग

हरियाणा प्रदेश के सिरसा जिले में राजस्थान सीमा पर बसे खेड़ी गांव के किसान रणधीर फगेड़िया आजकल पूरे इलाके में चर्चा का विषय बने हुए हैं। वजह है उनके लाल-लाल चमचमाते अनार जिनकी खुशबू अब सिर्फ हरियाणा तक ही सीमित नहीं रही, बल्कि ये बांग्लादेश, श्रीलंका और दुबई जैसे देशों में भी एक्सपोर्ट होने लगे हैं।
खेड़ी गांव के रणधीर फगेड़िया के अनार का जलवा
खेड़ी गांव से करीब 3 किलोमीटर दूर रणधीर फगेड़िया ने 6 एकड़ जमीन में अनार का बाग (Pomegranate Orchard) लगा रखा है। चार साल पहले उन्होंने जब यह बाग लगाया था, तब शायद उन्हें भी अंदाजा नहीं था कि एक दिन उनका अनार सीधे विदेशों तक पहुंच जाएगा।
अब हालत यह है कि अनार की क्वालिटी और टेस्ट देखकर आंध्र प्रदेश के व्यापारी (Traders) खुद खेड़ी गांव आकर खेत से ही अनार खरीदकर ले जा रहे हैं। रणधीर बताते हैं कि इस बार 16 लाख से ऊपर की कमाई हुई है और अगर मौसम अच्छा रहा, तो अगले साल यह 30 लाख रुपये तक पहुंच सकती है! भाई, ये तो सीधा करोड़पति किसान बनने की राह पर हैं!
आंध्र प्रदेश के व्यापारियों ने खरीदा 200 क्विंटल अनार
रणधीर फगेड़िया को इस बार अपने अनार बेचने के लिए किसी मंडी में भटकना नहीं पड़ा। आंध्र प्रदेश के बड़े व्यापारी पहले ही खेत आकर अनार की क्वालिटी देख चुके थे। जैसे ही अनार पूरी तरह से पककर तैयार हुआ, ये व्यापारी कोल्ड स्टोरेज वाले ट्रकों के साथ खेड़ी गांव पहुंच गए और सीधे खेत से 200 क्विंटल अनार खरीदकर ले गए।
इस पूरे सौदे में 91 रुपये प्रति किलो के हिसाब से अनार बेचा गया, यानी सीधा लाखों का खेल। व्यापारी भी खुश और किसान भी बल्ले-बल्ले!
प्राकृतिक खाद से होती है अनार की शानदार पैदावार
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर रणधीर के अनार इतने लजीज और हेल्दी क्यों हैं? भाई, इसका राज़ है उनकी देसी खेती की तकनीक। रणधीर ने अपने अनार के बाग में केमिकल फर्टिलाइजर (Chemical Fertilizer) और पेस्टिसाइड्स का इस्तेमाल लगभग बंद कर दिया है।
वो बताते हैं कि अगर हम ज्यादा केमिकल डालेंगे तो जमीन की ताकत खत्म हो जाएगी। इसलिए वह प्राकृतिक खाद (Organic Fertilizer) जैसे आंवला, घुड़, गोमूत्र और कई देसी चीजों को मिलाकर महीनों तक सड़ाते हैं और फिर उसका घोल बनाकर बाग में छिड़काव करते हैं। इससे अनार की पैदावार भी शानदार होती है और मिट्टी भी उपजाऊ बनी रहती है।
100-150 रुपये किलो बिकने की उम्मीद
रणधीर के बाग के अनार की अब विदेशों में जबरदस्त डिमांड बन चुकी है। आंध्र प्रदेश के व्यापारी इन अनारों को कोल्ड स्टोर करके बांग्लादेश, श्रीलंका और दुबई में सप्लाई कर रहे हैं।
इस बार जो अनार रणधीर ने बेचा, वो 91 रुपये किलो था, लेकिन विदेशी मार्केट में इसकी कीमत 100 से 150 रुपये प्रति किलो तक पहुंचने की संभावना है। यानी आने वाले समय में रणधीर की कमाई और भी बूम मारने वाली है!
सरकारी नौकरी के साथ संभालते हैं बाग की खेती
रणधीर फगेड़िया सिर्फ एक किसान ही नहीं बल्कि हरियाणा रोडवेज (Haryana Roadways) में ड्राइवर की सरकारी नौकरी भी करते हैं। दिन में ड्राइविंग और शाम को किसानी, मतलब फुल टू मेहनत वाला सेटअप! लेकिन मेहनत का फल भी मीठा मिल रहा है, क्योंकि अब वह 20 से 30 लाख रुपये सालाना कमाई कर रहे हैं।
उनकी इस सफलता को देखकर आसपास के किसान भी अनार की खेती की जानकारी लेने के लिए उनसे मिलने आ रहे हैं। जो लोग अब तक सिर्फ गेहूं-धान की खेती कर रहे थे, अब वे भी फलों की खेती के बारे में सोच रहे हैं।
खेड़ी गांव के अनार की खुशबू अब विदेशों तक
खेड़ी गांव के अनार की सुगंध अब सिर्फ सिरसा तक ही नहीं, बल्कि पूरे हरियाणा, राजस्थान और दक्षिण भारत के व्यापारी तक पहुंच चुकी है। अगली बार अगर आपको दुबई या श्रीलंका में हरियाणवी अनार खाने को मिले, तो समझ जाइए कि यह रणधीर फगेड़िया के खेत से निकला है!