दिल्ली-हावड़ा बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट कॉरिडोर को लेकर आया बड़ा अपडेट, इन शहरों को भी मिलेगा लाभ
Times Haryana, नई दिल्ली: देश के कई राज्यों में जल्द ही बुलेट ट्रेन की सुविधा मिलेगी। बुलेट ट्रेन उत्तर प्रदेश के वाराणसी से पश्चिम बंगाल के हावड़ा तक चलाने की योजना है।
वाराणसी-हावड़ा बुलेट ट्रेन कॉरिडोर के लिए जमीन अधिग्रहण सर्वे के बाद शुरू होगा। वाराणसी-हावड़ा बुलेट ट्रेन कॉरिडोर के तहत बिहार में चार स्टेशनों का निर्माण प्रस्तावित है।
सर्वे के बाद जमीन अधिग्रहण शुरू होगा. इस परियोजना से उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के यात्रियों को बड़ी सुविधा मिलेगी।
4 स्टेशनों के लिए सर्वे का काम शुरू
दिल्ली-हावड़ा बुलेट ट्रेन परियोजना में बिहार में चार स्टेशन होंगे-बक्सर, आरा, पटना और गया। हवाई सर्वेक्षण के बाद अब सर्वे का काम शुरू हो गया है.
प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद बक्सर से कोलकाता तक की करीब 760 किलोमीटर की दूरी महज ढाई घंटे में तय हो जायेगी. वाराणसी से हावड़ा की दूरी महज साढ़े तीन घंटे रह जायेगी.
सर्वेक्षण के बाद 2025 तक भूमि अधिग्रहण
वाराणसी से हावड़ा के बीच बुलेट ट्रेन के लिए सर्वे का काम शुरू हो गया है. बताया जाता है कि सर्वेक्षण कार्य पूरा होने के बाद मिट्टी परीक्षण की प्रक्रिया शुरू होगी. इसके बाद जमीन अधिग्रहण किया जायेगा.
जमीन अधिग्रहण का काम शुरू होने की उम्मीद है परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण को लेकर भूखंड का सत्यापन किया जा रहा है. रैयत की सहमति से आवश्यक दस्तावेज तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी.
ताकि बाद में मुआवजे में कोई परेशानी न हो. परियोजना के लिए अधिग्रहित की जाने वाली भूमि पर मकान, बोरहोल, पेड़ और किसी भी अन्य प्रकार की संरचना के लिए अलग मुआवजा प्रदान किया जाता है।
स्पीड 350 किलोमीटर प्रति घंटा होगी
वाराणसी और कोलकाता के बीच हाई-स्पीड बुलेट ट्रेन की गति लगभग 350 किमी प्रति घंटे होगी। ट्रेनों को कम समय में लंबी दूरी तय करने के उद्देश्य से जापानी तकनीक के आधार पर रेलवे ट्रैक का निर्माण किया जाना है।
लंबाई 760 किमी होगी
वाराणसी-हावड़ा बुलेट ट्रेन कॉरिडोर की कुल लंबाई 760 किमी होगी. एलिवेटेड रूट, अंडरग्राउंड रूट और ग्रेड यानी समतल जमीन पर ट्रैक का निर्माण किया जाएगा। सिर्फ बक्सर और आरा के बीच एलिवेटेड रूट बनेगा, जिसकी ऊंचाई करीब 20 फीट होगी.
हाई-स्पीड रेल नेटवर्क तैयार होने के बाद इसे दिल्ली-हावड़ा से भी जोड़ा जाएगा। हाई-स्पीड रेल नेटवर्क तैयार हो जाने पर लोगों को बेहतर आवागमन सुविधाएं मिलेंगी और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।