हरियाणा में अब किसान भी कमा सकेंगे बंपर मुनाफा, 10 करोड़ की लागत से यहाँ बना पहला फूल उत्कृष्टता केंद्र

हरियाणा के झज्जर जिले के बादली ब्लॉक स्थित मुनीमपुर गांव में एक नई तकनीक से लैस फूल उत्कृष्टता केंद्र (Flower Center of Excellence) स्थापित किया गया है। 10 करोड़ रुपये की लागत से बनी यह नर्सरी 13 एकड़ भूमि में फैली हुई है और यहां आधुनिक इजरायली तकनीक (Israeli Technology) का उपयोग करके फूलों की खेती की जाएगी। खास बात यह है कि यह हरियाणा का पहला ऐसा केंद्र है, जहां पर पारंपरिक और विदेशी फूलों की कई किस्मों को हाईटेक तरीके से विकसित किया जाएगा।
यहां हाईटेक पॉलीहाउस (Hi-tech Polyhouse) और नेटहाउस (Net House) की मदद से फूलों की खेती को एक नई ऊंचाई देने की तैयारी हो रही है। उन्नत सिंचाई प्रणाली, तापमान नियंत्रण प्रणाली और स्वचालित उर्वरक वितरण प्रणाली जैसी अत्याधुनिक सुविधाओं का उपयोग किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य किसानों को कम लागत में उच्च गुणवत्ता वाले फूलों की खेती के प्रति प्रोत्साहित करना है, ताकि वे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी पैठ बना सकें।
नर्सरी में क्या होंगी सुविधाएं?
इस फूल एवं बीज उत्पादन तकनीकी उत्कृष्टता केंद्र (Floriculture Excellence Center) को हरियाणा बागवानी विभाग द्वारा विकसित किया गया है। इसकी प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
2,000 वर्ग मीटर में फैले 2 नेट हाउस और 2 पॉलीहाउस, जो इजरायली तकनीक से सुसज्जित हैं।
9 एकड़ का ओपन स्पेस, जहां खुले वातावरण में फूलों की खेती की जा सकेगी।
हाईटेक पॉलीहाउस (Hi-tech Polyhouse), जिसमें अत्याधुनिक कूलिंग और हीटिंग सिस्टम (Cooling & Heating System) लगाया गया है, जिससे फूलों की खेती को प्रतिकूल मौसम से बचाया जा सके।
इजरायल से आयातित स्वचालित ड्रिप इरिगेशन सिस्टम (Drip Irrigation System), जिससे पौधों तक पानी और उर्वरक समान रूप से पहुंच सके।
विशेष बात: इस केंद्र में एक साथ 6 लाख से अधिक पौधे तैयार किए जा सकते हैं। इसके तहत किसानों को फूलों की खेती के उन्नत तरीके सिखाने के लिए सेमिनार और ट्रेनिंग सेशन भी आयोजित किए जाएंगे।
किन देशों के फूल होंगे शामिल?
इस उत्कृष्टता केंद्र में केवल भारतीय फूलों तक ही सीमित नहीं रहा जाएगा, बल्कि दुनिया के कई मशहूर फूलों की किस्मों को भी उगाया जाएगा। इनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
भारत की लोकप्रिय प्रजातियां – गेंदा, गुलाब, चमेली, रजनीगंधा
नीदरलैंड (Netherlands) के ट्यूलिप्स (Tulips)
थाईलैंड (Thailand) और बैंकॉक (Bangkok) के ऑर्किड
न्यूजीलैंड (New Zealand) के विशेष श्रेणी के फूल
हॉलैंड (Holland) से इम्पोर्टेड गुलाब
इस तरह यह नर्सरी ग्लोबल फ्लोरिकल्चर इंडस्ट्री (Global Floriculture Industry) के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बनने जा रही है।
दिल्ली के बाजारों को मिलेगा फायदा
भारत में दिल्ली की गाजीपुर मंडी (Ghaziabad Flower Market) सबसे बड़ी फूलों की थोक मंडी है, जहां से देश-विदेश के बाजारों में फूलों की आपूर्ति की जाती है। झज्जर जिले में बने इस उत्कृष्टता केंद्र से किसानों को न केवल बेहतरीन गुणवत्ता के पौधे मिलेंगे, बल्कि वे दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और अन्य महानगरों के बड़े फ्लावर मार्केट (Big Flower Markets) में अपनी उपज आसानी से बेच सकेंगे।
इसके अलावा, अगर किसान गाजीपुर मंडी से सीधे फूलों के पौधे मंगवाकर इन्हें हरियाणा में उगाते हैं, तो इससे कम लागत में अधिक मुनाफा (High Profit with Low Investment) कमाया जा सकता है।
हाईटेक पॉलीहाउस कैसे करेगा मदद?
इस नर्सरी में एक हाईटेक पॉलीहाउस स्थापित किया गया है, जहां पर विशेष कूलिंग और हीटिंग सिस्टम (Cooling & Heating System) लगाया गया है। इसके कुछ प्रमुख फायदे इस प्रकार हैं:
तापमान नियंत्रण: पौधों के लिए अनुकूल वातावरण सुनिश्चित करने के लिए हीटिंग और कूलिंग सिस्टम का उपयोग किया जाएगा।
ड्रिप सिंचाई तकनीक: जल प्रबंधन को सटीक बनाने के लिए ड्रिप इरिगेशन (Drip Irrigation) का उपयोग होगा, जिससे पानी की बचत (Water Conservation) होगी।
स्वचालित कीटनाशक छिड़काव: कीटनाशकों को समान रूप से पौधों तक पहुंचाने के लिए इजरायल से आयातित स्प्रे सिस्टम (Israeli Spray System) का उपयोग किया जाएगा।
यह सभी तकनीकें किसानों को अधिक उत्पादन और अधिक मुनाफा कमाने में मदद करेंगी।