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किसानों की हुई चांदी! सरसों के दामों में आया उछाल, जानिए तेजी मंदी रिपोर्ट

 
Mustard

खेती-किसानी से जुड़ी हर फसल के बाजार में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं लेकिन इस बार सरसों (Mustard) की कीमतों में जो जबरदस्त तेजी आई है, उसने किसानों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है। कई राज्यों की मंडियों में सरसों के भाव (Mustard Mandi Rates) रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए हैं।

सरसों की फसल और मंडी की ताजा स्थिति

इस समय देश के अलग-अलग इलाकों में सरसों की कटाई जोरों पर है। नई फसल के बाजार में आते ही व्यापारियों और किसानों के बीच हलचल बढ़ गई है। ताजा रिपोर्ट्स के अनुसार, इस बार सरसों की फसल में काफी नमी (Moisture Content) देखी जा रही है, जिससे मंडियों में खरीद-बिक्री प्रभावित हो रही है। व्यापारियों के अनुसार, अधिक नमी होने के कारण सरसों के तेल (Mustard Oil) की गुणवत्ता पर असर पड़ रहा है, जिससे वे खरीदारी में सतर्कता बरत रहे हैं।

कीमतों में अचानक तेजी का कारण?

सरसों के बढ़ते दामों के पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार उत्पादन में कुछ गिरावट आई है, जिससे बाजार में सरसों की मांग अधिक हो गई है। साथ ही, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी सरसों के तेल की बढ़ती मांग के चलते घरेलू मंडियों में तेजी देखने को मिल रही है। व्यापारियों का कहना है कि नई फसल में अभी 15 से 30 प्रतिशत तक नमी है, जिससे किसानों को उचित मूल्य पाने में दिक्कत हो रही है।

पुरानी सरसों बन रही पहली पसंद

नई फसल की तुलना में पुरानी सरसों (Old Mustard Stock) की मांग काफी बढ़ गई है। इसकी मुख्य वजह यह है कि पुरानी सरसों में नमी बहुत कम होती है, जिससे इसका तेल निकालने में कोई परेशानी नहीं होती। व्यापारियों के अनुसार, बड़ी ऑयल मिलें (Oil Mills) और सॉल्वेंट प्लांट्स (Solvent Plants) मुख्य रूप से पुरानी सरसों की खरीद पर जोर दे रहे हैं।

मंडी में सरसों के दाम (Mustard Prices Today)

हाल के दिनों में मंडियों में सरसों के दामों में लगातार उतार-चढ़ाव देखा गया है। विभिन्न मंडियों में सरसों के भाव इस प्रकार रहे:

सरसों की आवक

15 फरवरी – 2060 – ₹5100-5800
17 फरवरी – 2866 – ₹4900-5936
18 फरवरी – 1484 – ₹4981-5726
19 फरवरी – 2600 – ₹5036-5850
20 फरवरी – 4000 – ₹5100-5900

यह आंकड़े बताते हैं कि सरसों की कीमतों में लगातार वृद्धि हो रही है।

किसानों के लिए खुशखबरी

इस बार कीमतों में हुई बढ़ोतरी से किसानों को सीधा फायदा मिलने की उम्मीद है। पिछले साल की तुलना में इस बार दाम अधिक हैं, जिससे किसानों की आमदनी बढ़ने की संभावना है। हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में किसान सरसों की ऊंची कीमतों को लेकर काफी उत्साहित हैं।

व्यापारियों और विशेषज्ञों की राय

कई बड़े व्यापारियों का कहना है कि यदि सरसों की सप्लाई में कोई बड़ी बाधा नहीं आई, तो आने वाले हफ्तों में भी कीमतें ऊंची बनी रह सकती हैं। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सरसों के तेल की कीमतों का असर भी घरेलू सरसों के भाव पर पड़ सकता है।