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Haryana News: हरियाणा के इन 67 गांव की ज़मीन का होगा अधिग्रहण, ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर से किसानों की होगी बल्ले-बल्ले

 
Orbital Rail Corridor

हरियाणा में विकास की रेल (Haryana Orbital Rail Corridor) अब स्पीड पकड़ने वाली है। सरकार ने इस बड़े प्रोजेक्ट के लिए 67 गांवों की ज़मीन अधिग्रहण करने का मन बना लिया है। यानी भाई अगर आपकी ज़मीन इस लिस्ट में है तो समझिए आपका भी जैकपॉट लग सकता है। किसानों को मुआवजे में मोटी रकम मिलने वाली है और ये रकम इतनी होगी कि सीधे लक्ज़री लाइफ जी सकते हैं।

ये ऑर्बिटल रेलवे कॉरिडोर हरियाणा को गोल्डन कनेक्टिविटी देने जा रहा है। यह दिल्ली-मथुरा रेलवे लाइन पर असावटी गांव दिल्ली-रेवाड़ी रेलवे लाइन पर पाटली गांव दिल्ली-रोहतक लाइन पर असोदा और दिल्ली-अंबाला लाइन पर सोनीपत के हरसाना स्टेशन से जुड़ेगा। यानी अब यात्रा होगी और भी तेज़ और आसान।

अब ज़रा सोचिए पहले सफर में जो समय बर्बाद होता था वो अब इस हाई-टेक रेलवे नेटवर्क की बदौलत बच जाएगा। ऑफिस जाने वालों को भी राहत मिलेगी और इंडस्ट्री वाले भी कहेंगे यही तो चाहिए था।

किसानों को मिलेगा पहला तोहफा

पहले चरण में सरकार ने खरखौदा तहसील के गांवों की ज़मीन अधिग्रहण करने की योजना बनाई है। नवंबर के पहले हफ्ते में ज़मीन का अवार्ड घोषित होगा और जैसे ही रेलवे का बजट पास होगा वैसे ही किसानों के खाते में माल आ जाएगा। मतलब सीधा फायदा बैंक बैलेंस बढ़ेगा खुशहाली आएगी।

अब आप खुद सोचिए जिनके खेत बंजर पड़े थे वो अब करोड़ों में खेलेंगे। भाई ये तो वही बात हो गई – खेत थे छोटे-मोटे अब हाथ में बड़े-बड़े नोट हैं।

इन उद्योगपतियों की भी निकल पड़ी

इस रेलवे प्रोजेक्ट का सीधा फायदा मानेसर सोहना और खरखौदा के औद्योगिक क्षेत्रों को मिलेगा। अब इंडस्ट्री वालों को भी ट्रांसपोर्टेशन के झंझट से छुटकारा मिलेगा। अब सामान भेजना और मंगवाना दोनों ही आसान होगा जिससे कारोबारियों को डबल मुनाफा मिलेगा।

रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि इस प्रोजेक्ट के तहत नए रेलवे स्टेशनों का निर्माण होगा जिससे इंडस्ट्रियल हब्स और भी मजबूत बनेंगे। हरियाणा का ये इलाका अब इंडस्ट्रियल पॉवरहाउस बनने की ओर बढ़ रहा है।

बनेंगे 23 बड़े और 195 छोटे जलमार्ग पुल

भाई रेलवे प्रोजेक्ट है तो इंफ्रास्ट्रक्चर भी तगड़ा होगा। इस योजना में 23 बड़े और 195 छोटे जलमार्ग पुल बनाए जाएंगे। इसके अलावा यातायात को और सुगम बनाने के लिए 3 नए फ्लाईओवर और 2 रोड ओवर ब्रिज भी बनाए जाएंगे।

मतलब ट्रैफिक में धक्का-मुक्की के दिन गए। अब हरियाणा में लोगों को हाई-स्पीड सफर का मज़ा मिलेगा और गाड़ियों की लंबी कतारों से छुटकारा मिलेगा।

हरियाणा के बड़े शहरों को मिलेगा सीधा फायदा

इस रेलवे प्रोजेक्ट का असर सिर्फ कुछ गांवों तक सीमित नहीं रहेगा। बल्कि ये हरियाणा के प्रमुख शहरों गुड़गांव मानेसर सोहना फर्रुखनगर खरखौदा और सोनीपत को भी फायदा देगा। यहां पर काम करने वाले लाखों लोगों की ज़िंदगी और आसान हो जाएगी।

मतलब अब हरियाणा के लोग दिल्ली और बाकी शहरों से जुड़ने के लिए नॉन-स्टॉप सफर कर पाएंगे। ऑफिस जाने वालों के लिए तो यह प्रोजेक्ट गॉड-गिफ्टेड जैसा होगा।

कंपनी का तगड़ा कॉम्बिनेशन

इस ऑर्बिटल रेलवे प्रोजेक्ट में भारतीय रेलवे (Indian Railway) हरियाणा सरकार (Haryana Government) और एक निजी कंपनी मिलकर काम कर रही है। तीनों की पार्टनरशिप से यह प्रोजेक्ट सुपर-फास्ट तरीके से पूरा होने की उम्मीद है।

अब सरकार ने फैसला लिया है कि ज़मीन के बदले किसानों को बेहतर मुआवजा दिया जाएगा ताकि कोई भी किसान खुद को ठगा हुआ महसूस न करे। जीत भी किसानों की विकास भी हरियाणा का।

नए रेलवे स्टेशनों का होगा निर्माण

इस प्रोजेक्ट के तहत कई नए रेलवे स्टेशन बनाए जाएंगे। इससे न केवल सफर आसान होगा बल्कि हरियाणा में रोजगार के भी नए अवसर पैदा होंगे। अब यहां पर रेलवे से लेकर बिज़नेस तक हर चीज़ बढ़ेगी।

ऑर्बिटल रेलवे प्रोजेक्ट से ट्रांसपोर्ट सिस्टम मजबूत होगा जिससे हरियाणा के लोगों को हर तरह की सुविधा मिलेगी। अब तक जहां इंडस्ट्री और फैक्ट्री मालिकों को लॉजिस्टिक्स की समस्या झेलनी पड़ती थी वहीं अब यह परेशानी खत्म हो जाएगी।

किसानों की बल्ले-बल्ले

इस रेलवे परियोजना का सीधा असर हरियाणा के विकास पर पड़ेगा। किसानों को अच्छे दाम मिलेंगे उद्योगों को अच्छी कनेक्टिविटी मिलेगी और आम जनता को बेहतर सफर की सुविधा मिलेगी।

अगर आप भी उन 67 गांवों में से किसी गांव के रहने वाले हैं तो भाई टेंशन छोड़िए और खुश रहिए। क्योंकि आपकी ज़मीन का दाम अब सोने से कम नहीं है।

हरियाणा का यह प्रोजेक्ट विकास की नई लकीर खींच रहा है और अब देखना दिलचस्प होगा कि ये प्रोजेक्ट कितनी तेजी से आगे बढ़ता है। फिलहाल किसानों को अपनी जमीन के सही मुआवजे का इंतजार है और सरकार इसे जल्द पूरा करने की तैयारी में है।