किसानों को करेंगी मालामाल गेहूं की ये 4 किस्में; 100 क्विंटल से ज्यादा होगी बंपर पैदावार, देखें पूरी जानकारी
Times Haryana, नई दिल्ली: आज हम आपको गेहूं(Wheat) की 4 किस्मों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपको प्रति हेक्टेयर(per hectare) 75 क्विंटल(quintal) की पैदावार दे सकती हैं। इस किस्म को हाल ही में विकसित किया गया है. गेहूं की इन किस्मों में रोग और कीटों का खतरा बहुत कम होता है. साथ ही यह किस्म जल्दी पक जाती है. यह किस्म उन राज्यों में गेहूं का उत्पादन (Production)बढ़ा सकती है जहां गेहूं उगाया जाता है। गेहूँ की सभी किस्मों की विशेषताएँ नीचे दी गई हैं।
ये किस्में तब से खेतों में उगाई जा रही हैं, जब जबलपुर के कृषि विश्वविद्यालय के प्रयोग में पूसा तेजस गेहूं प्रति हेक्टेयर 70 क्विंटल उत्पादन के बाद किसानों को दिया गया। गेहूं की यह किस्म 110 – 115 दिन में पक जाती है. इस किस्म को सिंचाई की कम आवश्यकता होती है.
गेहूं की एचडी 4728 किस्म 125-130 दिन में पक जाती है. गेहूं एचडी 4728 (पूसा मलावी) का कुल उत्पादन 55 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है. भूमि की उर्वरता के आधार पर एचडी 4728 गेहूं की खेती भारत के सभी राज्यों में की जा सकती है। यह किस्म 3 से 4 सिंचाई के बाद पक जाती है.
इस किस्म को श्रीराम फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स के विश्व प्रसिद्ध गेहूं वैज्ञानिकों द्वारा विकसित किया गया है। देर से बुआई के लिए श्री राम 11 उपलब्ध है। यह लगभग 3 महीने में पक जाता है. इस किस्म के दाने चमकदार होते हैं, मध्य प्रदेश के किसानों के मुताबिक श्रीराम सुपर 111 का उत्पादन 22 क्विंटल प्रति एकड़ है.
यह आमतौर पर भारत के मध्य प्रदेश राज्य में उगाई जाने वाली गेहूं की किस्म है, जो लगभग 4 महीने में पक जाती है। GW 322 गेहूं की इस किस्म को भारत के अन्य राज्यों में भी उगाया जा सकता है। इस किस्म को 3 से 4 बार सिंचाई की आवश्यकता होती है.