UP Wheat News: गेहूं बेचने के लिए अब किसानों को नहीं जाना पड़ेगा मंडी, घर से ही खरीद करेगी सरकार
Times Haryana, लखनऊ: उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए अच्छी खबर है। इस वर्ष गेहूं खरीद की खरीदारी बढ़ाने के लिए वीडियो के साथ ही मोबाइल शॉपिंग सेंटर की व्यवस्था की गई है।
एक ट्रक यानि 100-150 कुंतल तक का सामान किसानों के घर से ही खरीद लिया जाता है।
असोसिएट के मंडलीय खाद्य विपणन अधिकारी बीसी गौतम ने बताया कि अब तक मंडल स्तर पर 2 हजार टन के सामान की खरीद हो चुकी है। उन्होंने बताया कि जिले में सामान की दुकानों के लिए कुल 293 विक्री केंद्र बनाए गए हैं।
प्लॉट के लिए अब तक 16 हजार से ज्यादा किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। इस साल सामानों की दुकानें एक मार्च से शुरू हो गई थीं।
3 लाख 4 हजार हजार टन की हिस्सेदारी खरीद का लक्ष्य
संभागीय अप्रैल खाद्य विपणन अधिकारी बीसी गौतम के अनुसार, 01 के बाद विक्रीत आरोपों पर सक्रियता बढ़ा दी गई है। विपणन विभाग के अधिकारी विक्रीत अभिलेखों के साथ ही उपभोक्ता किसानों का पंजीकरण करा रहे हैं। इस बार 3 लाख 4 हजार स्टैक टन प्रतिपूर्ति का लक्ष्य रखा गया है।
जो पिछले बार तीन लाख दो हजार हज़ार टन था। लक्ष्य पूरा करने के लिए सभी केंद्रीय केंद्रों के अनुदेशकों के निर्देश दिये गये हैं। किसानों से दुकानों की खरीददारी का समर्थन मूल्य भी 150 रुपये तक पहुंच गया है।
48 घंटे के अंदर भुगतान करना होगा
बीसी गौतम ने आगे बताया कि किसानों से खरीद के 48 घंटे के भीतर उनके आधार पर भुगतान कर दिया जाएगा। बटाईदार अपना नामांकन पोर्टफोलियो के केंद्र पर शेल्फ बेच सकते हैं। इस साल 100 साल पहले तक की वेबसाइट के लिए वैकेंसी से छूट दी गई है।
इस बार खास बात यह है कि प्रति माह 20 रुपये के फ्लैट पर क्रेडिट कार्ड के पैसे भी अब किसानों को वापस मिलेंगे। 2275 रुपये के साथ ही तौलिए की नकदी भी किसान के पास जमा होगी।
संभागीय खाद्य विपणन अधिकारी बी.सी. गौतम ने बताया कि अब क्रीडेड व्यापारियों की खरीद बढ़ गई है। अब तक 39 प्रॉडक्ट्स पर लगभग 2000 स्टैक टन की खरीदारी हो चुकी है। जल्द ही खरीद और तेजी होगी।
2275 रुपये प्रति प्रति समर्थन मूल्य
बता दें कि योगी सरकार ने 2275 रुपये प्रति टेबलेट का समर्थित मूल्य निर्धारित किया है। यह पिछले साल की तुलना में 150 रुपये प्रति है। पिछली बार समर्थन मूल्य 2125 रुपये था।
सरकार ने निर्देश दिया है कि इस दौरान किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए। वहीं विभाग की ओर से किसानों से कहा गया है कि मिट्टी लेकर, मिट्टी, मिट्टी, कूड़ा आदि को साफ कर अच्छी तरह से सुखाकर ही विक्रीत केंद्र पर बिक्री के लिए जाएं।
किसानों के लिए जारी हुआ टोल फ्री नंबर
खाद्य एवं रसद विभाग ने टोल फ्री नंबर 18001800150 जारी किया है। किसी भी समस्या के समाधान के लिए किसान जिला खाद्य विपणन अधिकारी या तहसील के क्षेत्रीय विपणन अधिकारी या ब्लॉक के विपणन अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।