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गेहूं के दाम में उछाल से किसानों की बल्ले-बल्ले, 3000 रुपये पार जानिए आज के मंडी रेट

 
wheat price

भइया गेहूं के दामों (wheat price) में ऐसी झन्नाटेदार तेजी आई है कि किसानों की ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा! महीनों से बाजार में ऊँच-नीच देखने के बाद अब गेहूं ने ऐसा रफ्तार पकड़ा है कि खरीदारों (buyers) के पसीने छूट गए।

भाई जिस तेजी का इंतजार था वो अब दिखने लगी है। ताजा मंडी भाव (Mandi Rates) की बात करें तो कई जगहों पर गेहूं ने 3000 रुपये प्रति क्विंटल का आंकड़ा पार कर लिया है। आइए आपको आज के ताजा मंडी रेट (Mandi Rates Today) बताते हैं।

गेहूं के रेट में आ रही उछाल के पीछे क्या कारण हैं?

अगर आप सोच रहे हैं कि गेहूं के रेट (Wheat Prices) अचानक क्यों बढ़ रहे हैं तो इसकी कई वजहें हैं। पहली बड़ी वजह है डिमांड और सप्लाई (Demand & Supply) का असंतुलन। किसान अपनी फसल को ज्यादा कीमत में बेचने की चाहत रखते हैं.

व्यापारियों की भी मुनाफाखोरी बनी रहती है। दूसरी ओर मौसम की मार (Weather Effect) भी कीमतों पर असर डाल रही है। कुछ इलाकों में बारिश और ओलावृष्टि के कारण फसल को नुकसान हुआ है जिससे मंडियों में गेहूं की आवक (Arrival) थोड़ी कम हुई है।

कौन-कौन सी मंडियों में कितने पहुंचे दाम?

अब बात करते हैं आज के ताजा मंडी भाव (Latest Mandi Bhav) की ताकि आपको एक सही अंदाजा लग सके कि आपके क्षेत्र में गेहूं की कीमत क्या चल रही है:

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की मंडियां

औरैया: ₹2960 प्रति क्विंटल (10 रुपए की गिरावट)
इटावा: ₹2950 प्रति क्विंटल (10 रुपए की गिरावट)
अलीगढ़: ₹3000 प्रति क्विंटल (स्थिर भाव)
अतरौली: ₹3020 प्रति क्विंटल (कोई बदलाव नहीं)
एटा: ₹2970 प्रति क्विंटल (कोई बदलाव नहीं)
शाहजहांपुर: ₹3061 प्रति क्विंटल (9 रुपए की गिरावट)
गोरखपुर: ₹3030 प्रति क्विंटल (10 रुपए की गिरावट)
सीतापुर: ₹3065 प्रति क्विंटल (25 रुपए की तेजी)

बिहार (Bihar) की मंडियां

मुजफ्फरपुर: ₹3100 प्रति क्विंटल (स्थिर भाव)
बेगूसराय: ₹3080 प्रति क्विंटल (स्थिर भाव)
महाराष्ट्र (Maharashtra) और अन्य राज्यों के रेट
पुणे (Pune): मध्य प्रदेश लाइन गेहूं ₹3400 प्रति क्विंटल
कोयंबटूर (Coimbatore): ₹3540 प्रति क्विंटल

क्या बढ़ते दामों से राहत मिलेगी?

अब सवाल उठता है कि गेहूं की कीमतों में यह तेजी कब तक जारी रहेगी? जानकारों का मानना है कि जब तक नई फसल की आवक अच्छी मात्रा में नहीं होती तब तक गेहूं के दाम में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। सरकार भी इस पर नजर बनाए हुए है और स्टॉक लिमिट (Stock Limit) जैसी नीतियों से दामों को कंट्रोल करने की कोशिश कर रही है।

हालांकि अगर आप उपभोक्ता हैं तो आपके लिए यही सलाह होगी कि थोड़ा स्टॉक कर लें क्योंकि दाम और बढ़ सकते हैं! वहीं किसानों के लिए यह फायदेमंद समय है क्योंकि अच्छे दाम मिलने से उनकी जेब में पैसा आएगा।