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Short Term Investment vs Long Term Investment? बसंत माहेश्वरी की ये Tips निवेश करने में आएगी काम

Basant Maheshwari Tips:शेयर बाजार (Share Market) में लोग लॉन्ग टर्म के लिए भी पैसा लगाते हैं तो वहीं शॉर्ट टर्म के लिए भी पैसा लगाते हैं. हालांकि दोनों में से बेहतर कौनसा है?
 
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Basant Maheshwari Portfolio: शेयर बाजार (Share Market) में लोग निवेश इस इरादे से करते हैं कि उन्हें मुनाफा हो. हालांकि शेयर बाजार से मुनाफा कमाना इतना आसान नहीं है. बाजार में कई बार स्थिति ऐसी भी आती है जब गिरावट का सामना करना पड़ता है. ऐसे में बाजार में मौजूद बड़े से बड़े निवेशक का भी पोर्टफोलियो गड़बड़ा जाता है. वहीं कुछ निवेशक आते लॉन्ग टर्म के इरादे से हैं लेकिन मार्केट में पैनिक का माहौल देखकर शॉर्ट टर्म में ही अपने शेयर बेचकर निकल जाता हैं. ऐसे में मार्केट एक्सपर्ट बसंत माहेश्वरी (Basant Maheshwari) ने बताया है कि मार्केट में शॉर्ट टर्म इंवेस्टमेंट और लॉन्ग टर्म इंवेस्टमेंट की अप्रोच में क्या फर्क है.

Short Term vs Long Term

Basant Maheshwari Wealth Advisers LLP के को-फाउंडर बसंत माहेश्वरी ने अपने सबसे ताज़ा Newsletter 'क्या लगता है' सीरीज़ में कहा है कि शेयर बाजार में Short Term Investment या Long Term Investment दोनों तरह के निवेश निवेशकों के जरिए किए जाते हैं. हालांकि दोनों के रिटर्न भी अलग-अलग होते हैं.

सेंटिमेंट और इमोशंस

बसंत माहेश्वरी ने Short Term और Long Term में फर्क बताया है. उनका कहना है कि शॉर्ट टर्म में बाजार उस बच्चे की तरह होता है जो घर और उसके आसपास होने वाले हर शोर से डर जाता है. वहीं लॉन्ग टर्म में बाजार एक वयस्क की तरह व्यवहार करता है. शॉर्ट टर्म में मार्केट के सेंटिमेंट अलग हो सकते हैं. हालांकि जब जहन में लॉन्ग टर्म का अंदाजा होगा तो शॉर्ट टर्म इमोशंस दूर हो जाते हैं.

ये है असरदार

बसंत माहेश्वरी का कहना है कि लंबे समय के लिए निवेश करने के लिहाज से इक्विटी काफी बढ़िया एसेट है. हालांकि इसके हर दिन के वैल्युएशन को प्रभावित करने वाले सभी फैक्टर्स शॉर्ट टर्म हैं. बढ़िया कंपनी के लिए ऐसे फैक्टर्स बस कुछ ही दिनों के लिए मेहमान होते हैं और फिर कंपनी की रफ्तार फिर से ऊंचाई की ओर हो जाती है. ऐसे में लॉन्ग टर्म का निवेश ज्यादा असरदार होगा.