Mustard Oil Price: आम आदमी को बड़ी राहत, सरसों तेल का दाम साल के सबसे निचले सत्र पर, दामों में आई भारी गिरावट

Mustard Oil Prices Reduced: आम जनता के लिए एक बड़ी खबर है। एक रिपोर्ट में पाया गया है कि खाद्य तेलों में गिरावट आ रही है। थोक कीमतों में 16 से 17 फीसदी तक की गिरावट आई है। कच्चे तेल की आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित हुई है। हालांकि इन दोनों खाद्य तेलों के खुदरा और थोक भाव में 16 से 17 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली है.
बता दें, रूस और यूक्रेन के युद्ध की वजह से कच्चे तेल की सप्लाई चेन प्रभावित हुई थी. नतीजतन, घरेलू बाजार में खाद्य तेल और महंगा हो गया था।
कीमतों में कटौती का निर्देश जारी
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, अभी इस मंदी का फायदा ग्राहकों तक पहुंचने में समय लगेगा। रिपोर्ट के मुताबिक, पैकेजिंग, प्रोसेसिंग और डिस्ट्रीब्यूशन में समय लगता है।
नतीजतन, खुदरा और थोक कीमतों पर असर कुछ हफ्तों में दिखना शुरू हो जाएगा। खाद्य मंत्रालय ने खाद्य तेल कंपनियों को कीमतों में कटौती करने का निर्देश दिया है।
इस बीच एसईएआई ने कीमतों में कटौती को लेकर दो एडवाइजरी भी जारी की है।
सूरजमुखी तेल, कच्चे पाम तेल और सोयाबीन से सस्ता
एसईएआई के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, आयातित कच्चे सूरजमुखी तेल की कीमतें वर्तमान में कच्चे सोयाबीन और पाम तेल की तुलना में कम हैं।
मुंबई में शुक्रवार को आयातित कच्चा तेल 81,300 रुपये प्रति टन पर कारोबार कर रहा था। पाम तेल 82,000 रुपये प्रति टन और सोयाबीन तेल 85,400 रुपये प्रति टन पर कारोबार कर रहा था। एक साल पहले आयातित कच्चा सूरजमुखी 1.7 लाख रुपये प्रति टन पर बिक रहा था।
क्या कहा अधिकारियों ने
एसईएआई के कार्यकारी निदेशक बीवी मेहता कहते हैं, ''यूक्रेन से आपूर्ति शुरू होने के बाद से सूरजमुखी तेल की आपूर्ति अपने उच्चतम स्तर पर है।
सूरजमुखी तेल का एक बड़ा स्टॉक अभी निर्यात के लिए बचा हुआ है। इसलिए हमने हाल के महीनों में सूरजमुखी के तेल की कीमतों में गिरावट देखी है।"