Meham News: भाजपा नेता ने किया दावा विधायक बलराज कुंडू की जल्द होगी गिरफ्तारी, पढे पूरा मामला..

Rohtak News:भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शमशेर सिंह खरकड़ा ने मंगलवार को महम में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया। उन्होंने आरोप लगाया कि महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू की जल्द ही गिरफ्तारी होगी। क्योंकि 2021 के एक मामले में मध्यप्रदेश में उनके खिलाफ ठगी का केस दर्ज है। उसके भाई शिवराज की गिरफ्तारी हो चुकी है। जिन सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, उसमें पहले नंबर पर बलराज कुंडू का नाम है। विधायक होने की वजह से एमपी पुलिस ने उसको गिरफ्तार नहीं किया है। क्योंकि विधायक की गिरफ्तारी के लिए स्पीकर की इजाजत लेनी होती है। एमपी पुलिस ने हरियाणा विस स्पीकर से अनुमति मांगी है।
महम के एएसपी हेमेंद्र सिंह मीणा ने भी सरकार को विधायक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए लिखा है। वह चिट्ठी भी स्पीकर के पास पहुंच चुकी है। महम चीनी मिल के पेराई सत्र की शुरूआत में ही मिल की कार्यप्रणाली को लेकर विधायक बलराज कुंडू व भाजपा नेता शमशेर खरकड़ा में ठन गई थी। मिल में गन्ने की पेराई ठप होने पर शमशेर खरकड़ा ने मिल एमडी दलबीर फोगाट पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे। विधायक बलराज कुंडू एमडी के पक्ष में आए थे और एमडी को ईमानदार अफसर बताया था। इसी दौरान कुंडू ने कहा था कि पहले मिल में ऐसे भी एमडी रहे हैं, जो शमशेर खरकड़ा के कीचन का खर्च चलाते थे। इस बात से खरकड़ा काफी आहत हुए थे और मौके की ताक में बैठे खरकड़ा ने मौका मिलते ही प्रेस कांफ्रेंस कर अपनी भड़ास निकाल ली।
विधायक के भाई शिवराज कुंडू को एमपी पुलिस ने किया था गिरफ्तार
मध्यप्रदेश पुलिस ने मंगलवार को हरियाणा के महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू के भाई शिवराज कुंडू को सेक्टर-50 गुरुग्राम से गिरफ्तार किया है। शिवराज कुंडू पर भोपाल में धोखाधड़ी सहित अलग-अलग धाराओं में केस दर्ज हैं। इस मामले में मध्य प्रदेश पुलिस एमएलए बलराज कुंडू से भी पूछताछ कर सकती है। केसीसी बल्डिकॉन प्राइवेट लिमिटेड नामक कंस्ट्रक्शन कंपनी में शिवराज कुंडू निदेशक हैं। इस कंपनी में विधायक बलराज कुंडू भी निदेशक हैं। कंपनी पिछले कई सालों से मध्यप्रदेश में कंस्ट्रक्शन का ठेके लेती रही है। बताया जा रहा है कि ठेके के दौरान एक व्यक्ति की देनदारी नहीं होने की वजह से पीडि़त ने मध्य मप्रदेश की राजधानी भोपाल में धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया था। जिसके बाद एमपी की पुलिस मामले की जांच कर रही थी।