टोहाना में होगा बड़ा खेला, देवेंद्र बबली ने सांसद कुमारी सैलजा से की मुलाकात
Times Haryana, चंडीगढ़: लोकसभा चुनाव में बंपर वोटों से जीत हासिल करने के बाद कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा धन्यवाद यात्रा पर हैं. इसी क्रम में कुमारी सैलजा गुरुवार को पूर्व मंत्री एवं जेजेपी विधायक देवेन्द्र बबली के टोहाना स्थित कार्यालय पर पहुंचीं.
यहां उन्होंने बबली से मुलाकात की और लोकसभा चुनाव में समर्थन के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। कुमारी सैलजा करीब 20 मिनट तक बबली के ऑफिस में रहीं. बैठक के दौरान उन्होंने टोहाना विधायक और उनके कार्यकर्ताओं से बातचीत की. कुमारी सैलजा को लोकसभा चुनाव में टोहाना विधानसभा क्षेत्र से बड़ी बढ़त मिली थी.
इसके अलावा बबली ने कहा कि वह जनता का शुक्रिया अदा करते हैं, जिन्होंने विधानसभा नतीजों को लोकसभा में दोबारा दोहराया और आने वाले दिनों में भी उनका संगठन इसी तरह काम करता रहेगा. पूर्व मंत्री और विधायक देवेन्द्र बबली की अपनी ही पार्टी जेजेपी ने आलोचना की है. ऐसे में सैलजा के लिए उनका समर्थन और जीत के बाद सैलजा का खुद उनके ऑफिस जाना एक बड़ा संकेत है.
कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले दिनों में जेजेपी से नाराज चल रहे बबली समेत तीन विधायक ईश्वर सिंह और रामनिवास सुरजाखेड़ा कांग्रेस का रुख कर सकते हैं. गौरतलब है कि हरियाणा की सियासी हवा को देखते हुए कई पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री और जिला स्तर के नेता कांग्रेस का रुख कर रहे हैं. ज्यादातर नेता हुड्डा खेमे में जा रहे हैं। ऐसे में बबली की सैलजा से नजदीकियां बताती हैं कि अगर भविष्य में बबली ने कांग्रेस का रुख किया तो वह जाहिर तौर पर एसआरके गुट का हिस्सा होंगे, ऐसे में हरियाणा कांग्रेस में चल रही गुटबाजी का असर उन पर भी पड़ेगा।
सैलजा की बबली से मुलाकात राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय बनी हुई है. उनके कांग्रेस में जाने की अटकलें हैं. हालांकि, मुलाकात के बाद देवेंद्र बबली ने मीडिया से कहा कि उन्होंने लोकसभा चुनाव में कुमारी सैलजा का पुरजोर समर्थन किया था. यही कारण है कि सैलजा ने पूरे सिरसा लोकसभा में टोहाना विधानसभा से बड़ी जीत दर्ज की है.
कांग्रेस पर बोलते हुए बबली ने कहा कि पहले की कांग्रेस और अब की कांग्रेस में फर्क है. अब उन्हें उम्मीद है कि कांग्रेस विधानसभा चुनाव में मजबूत उम्मीदवार उतारेगी। उन्होंने सैलजा परिवार के साथ अपने पारिवारिक रिश्तों को लेकर इतना ही नहीं कहा कि सैलजा के परिवार के उनके दादा के समय से ही अच्छे रिश्ते हैं.